रूट तय करने के अलावा बसों के संचालन और मेंटेनेंस के लिए जरवाय के नए बस डिपो से किया जाएगा।
तीन-चार माह के भीतर डिपो तैयार हो जाएगा। इस दौरान केंद्र से बसें भी नगर निगम को मिल जाएंगी। ई बसों का संचालन शुरू होने से लोगों पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा आसानी से मिलने लगेगी। अभी शहर में केवल 37 बसें चल रही हैं। ये शहर के सभी इलाकों में नहीं पहुंच पाती हैं।
इस वजह से लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा बेहतर तरीके से नहीं मिल पा रही है। राजधानी में ई-बसें चलाने का प्रयास पिछले करीब एक साल से चल रहा है। केंद्र सरकार की ई-बस योजना के तहत राजधानी रायपुर को 100 बसें मिलना तय हुआ है। इसके लिए निगम का केंद्र के साथ औपचारिक अनुबंध होना बाकी है।
अनुबंध होते ही रायपुर निगम को बसों की सप्लाई कर दी जाएगी। अभी शहर में चल रही सिटी बसों के लिए आमानाका में पुराना बस डिपो है। लेकिन ई-बसों का संचालन जरवाय से किया जाएगा। यहां करीब पांच एकड़ जमीन पर 10.85 करोड़ खर्च कर डिपो बनाया जा रहा है।
इस तरह रूट निर्धारित किए गए
{स्टेशन से कुम्हारी बस्ती, घड़ी चौक वाया कुम्हारी चौक { स्टेशन से माना एयरपोर्ट वाया घडी चौक, माना कैंप { स्टेशन से मंदिर हसौद, नवागांव, पलौद, कोटनी { स्टेशन से पंडरी, मोवा, जीरो पाइंट, { विधानसभा, खरोरा { स्टेशन से फाफाडीह, सिलियारी स्टेशन { स्टेशन से फाफाडीह, भनपुरी, उरला, कुम्हारी {एयरपोर्ट से टाटीबंध चौक होकर भिलाई-दुर्ग {स्टेशन से घड़ी चौक, मैग्नेटो माल, एमएम फन सिटी { स्टेशन से घडी चौक, माना बस्ती, रावतपुरा कालेज,
चंपारण { स्टेशन से तेलीबांधा, मंदिर हसौद, कुरुद, चंद्रखुरी { स्टेशन से धरसींवा, खैरखुंट, सुंगेरा { स्टेशन से नवा रायपुर मंत्रालय, संचालनालय { स्टेशन से मंत्रालय, संचालनलय होकर माना बस्ती { एयरपोर्ट से तेलीबांधा, कुम्हारी, पावर हाउस, दुर्ग { स्टेशन से पंडरी बस स्टैंड, विस, मांढर, सिलियारी { स्टेशन से भाठागांव बस स्टैंड।
जल्द आएंगी बसें जरवाय में ई-बसों का डिपो बनाकर संचालन किया जाएगा। यहीं मेटनेंस तथा चार्जिंग इत्यादि सभी सुविधाएं होंगी। केंद्र से ई-बसों की सप्लाई भी जल्द होगी। इससे पहले कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी है। नवंबर तक बसें पहुंच जाएंगी। विश्वदीप, कमिश्नर नगर निगम