भोपाल । गुना पुलिसकर्मी हत्याकांड के दो आरोपियों को पुलिस ने मार गिराया है। शनिवार देर रात तक पुलिस अन्य आरोपियों की भी सर्चिंग करती रही, लेकिन उनमें से किसी का भी अब तक सुराग नहीं लग सका है। इस घटना के बाद बिंदौरी गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बाकी आरोपियों की तलाश में 8 पुलिस थानों के 100 से अधिक पुलिस कर्मियों को लगाया गया है।
बताया जाता है कि इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी शहजाद ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से पुलिस पर करीब 9 राउन्ड फायर किए थे। गुना के पुलिस अधीक्षक (एसपी) राजीव कुमार मिश्रा ने बताया पुलिस की कार्रवाई में दो लोग मारे गए हैं। जबकि दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीन अन्य आरोपी अभी फरार चल रहे हैं, उनकी तलाश की जा रही है। एक शख्स कल के एनकाउंटर में मारा गया था। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इस हत्याकांड पर प्रतिक्रिया करते हुए कहा कि इसमें से किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। जिन्होंने ऐसे अपराधियों को संरक्षण दिया है, उनकी भी जांच की जा रही है।
इससे पहले पुलिस ने मुख्य आरोपी शहजाद की गिरफ्तारी के लिए उसके पिता निसार को हिरासत में लिया था। उसने बताया कि उसका बड़ा बेटा शहजाद छोटे भाई नौशाद को लेकर रात करीब दस बजे शिकार के लिए जंगल गया था। दोनों भाई शिकार के शौकीन थे। शनिवार को शहजाद की बेटी की शादी थी। निसार ने बताया कि नौशाद को सीने पर गोली लगी थी और सुबह जब वह घर आया था तो नग्न हालत में था। पुलिस ने निसार को रिहा कर दिया है।
बताया जाता है कि पुलिस जब शिकारियों को पकड़ने गई, तो शहजाद ने उन पर अपनी लाइसेंसी बंदूक से 9 राउन्ड गोलियां चलाईं। इसमें तीन पुलिसकर्मी शहीद हो गए। इस बीच आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने 12 से ज्यादा संदिग्धों को उठाया और उनसे पूछताछ की। इस कार्रवाई की मॉनिटरिंग बजरंगगढ़ थाने से की गई। स्वयं एसपी थाने में मौजूद थे। 8 थानों के 100 से ज्यादा पुलिसकर्मी आरोपियों की तलाश में जुटे हैं।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार-शनिवार रात करीब 1 बजे काले हिरण के शिकारियों ने गुना में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी। गुना एसपी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया था कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बदमाश सगा बरखेड़ा की तरफ से आ रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस की 4 टीमें बनाई गईं और बदमाशों की घेराबंदी कर ली गई। इस बीच पुलिस टीम ने शहरोक के जंगल में 4-5 बाइक से बदमाशों को जाते देखा। पुलिस ने जैसे ही उन्हें घेरा तो उन्होंने गोलियां चलाना शुरू कर दिया। उनकी फायरिंग में सब- इंस्पेक्टर राजकुमार जाटव, हवलदार नीलेश भार्गव और सिपाही संतराम शहीद हो गए। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। घटना के बाद पुलिस ने मौके से बड़ी मात्रा में हिरण का मांस और मरे हुए मोर जब्त किए।