भारत-बांग्लादेश बॉर्डर पर फेंसिंग के विवाद को लेकर भारत ने सोमवार को बांग्लादेश के डिप्टी हाईकमिश्नर नुरूल इस्लाम को तलब किया है। इससे पहले रविवार को बांग्लादेश ने भारतीय हाईकमिश्नर को समन किया था। बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय ने भारतीय हाईकमिश्नर प्रणय वर्मा को बुलाकर बॉर्डर पर BSF की तरफ से की जा रही फेंसिंग (बाड़) को अवैध कोशिश बताया था।
बांग्लादेश ने आरोप लगाया कि भारत बॉर्डर को लेकर द्विपक्षीय समझौते का उल्लंघन करते हुए बॉर्डर पर पांच स्थानों पर फेंस लगाने की कोशिश कर रहा है। बांग्लादेश की सरकारी न्यूज एजेंसी BSS ने बताया कि भारतीय हाई कमिश्नर ने बांग्लादेश के विदेश सचिव जशीमउद्दीन के साथ करीब 45 मिनट इस मुद्दे पर बात की।
हालांकि बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने इस मामले में कोई बयान जारी नहीं किया है। भारतीय हाई कमिश्नर ने बैठक के बाद कहा कि दोनों देशों में सिक्योरिटी के मुद्दे पर बाड़ लगाने की सहमति है। दोनों देशों के सुरक्षा बलों (BSF और BGB) ने इस मुद्दे पर बात भी की है।
बांग्लादेश के गृहमंत्री ने विरोध जताया
रविवार को बांग्लादेश के गृह मामलों के सलाहकार जहांगीर आलम चौधरी ने कहा था कि बांग्लादेश अपनी सीमा पर किसी को कोई जगह नहीं देगा। उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर जीरो लाइन के भीतर 150 गज के भीतर डिफेंस से जुड़े किसी भी तरह के कामकाज की अनुमति नहीं दी जाएगी।
जहांगीर आलम के मुताबिक बांग्लादेश और भारत के बीच हुए करार ‘बांग्लादेश-भारत संयुक्त सीमा निर्देश-1975’ के मुताबिक दोनों देशों की जीरो लाइन के 150 गज के भीतर रक्षा मामले से जुड़े किसी भी तरह के कार्य करने पर प्रतिबंध है। इसके लिए दोनों देशों की सहमति जरूरी है।
भारत और बांग्लादेश के बीच 4,156 किमी सीमा है। इसमें से 3271 किमी पर भारत ने बाड़ लगा दी है, लेकिन 885 किमी सीमा पर यह काम बाकी है।
5 जगहों पर फेंसिंग को लेकर विवाद
जहांगीर आलम चौधरी ने कहा कि भारत ने 2010 से लेकर 2023 तक 160 जगहों पर फेंसिंग का काम किया था। 10 जनवरी से BSF ने फिर से यह काम शुरू किया, इसमें 5 जगहों पर विवाद शुरू हो गया। यह विवाद चपैनवाबगंज, लालमोनिरहाट में तीन बीघा कॉरिडोर, नौगांव में पटनीताला, फेनी, कुश्तिया और कुमिला में हुआ।
आलम के मुताबिक बांग्लादेश की आपत्ति के बाद BSF ने फेंसिंग का काम बंद कर दिया है। BSF ने बांग्लादेश को भरोसा दिया कि वह कांटेदार तार से फेंसिंग का काम बंद कर देगा।