आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के घर से मिले करोड़ों रुपए की नकदी, जेवरात के मामले में अब भोपाल के नवोदय कैंसर हास्पिटल के संचालक डॉ. श्याम अग्रवाल का नाम भी जुड़ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने शुक्रवार को भोपाल में डॉ. अग्रवाल के घर, अस्पताल के साथ उनके परिजनों, दोस्तों के ठिकानों समेत चार स्थानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है। इस कार्रवाई में अग्रवाल परिवार के प्रॉपर्टी डॉक्युमेंट्स, फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन और नकदी जब्त की गई है।
ईडी ने अब तक यह खुलासा तो नहीं किया है कि इस कार्रवाई में कितनी नकदी और लेन-देन के दस्तावेज जब्त किए गए हैं, लेकिन यह जरूर साफ हुआ है कि सौरभ शर्मा की काली कमाई का पैसा नवोदय अस्पताल में लगाया जा रहा था। माना जा रहा है कि सौरभ शर्मा का काला धन डॉ. अग्रवाल के अस्पताल में लगा रहे थे।
सौरभ का करोड़ों रुपए कैश अस्पताल के जरिए ब्लैक से वाइट हो रहा था। ऐसे में तय सीमा से अधिक नकदी के लेन-देन में डॉ. अग्रवाल उलझ सकते हैं। इसके साथ ही इस जांच के जरिए डॉ. अग्रवाल की आय से संबंधित अन्य आपराधिक मामलों की भी जांच ईडी कर रही है। जब्त संपत्ति और नकदी के मामले का खुलासा ईडी शनिवार को कर सकती है।
पुलिस आई तो पड़ोसियों ने माना, कोई विवाद हुआ होगा इंद्रपुरी में शुक्रवार सुबह करीब साढ़े सात बजे जब चार गाड़ियांं डॉ. श्याम अग्रवाल के घर के पास आकर रुकीं तो सीआरपीएफ जवानों को देख सबका ध्यान उस ओर गया। इस बीच एक अफसर ने फोन पर किसी से बात की और ओके कहने के बाद सभी सीधे डॉ. अग्रवाल के घर के दरवाजे पहुंचे और अंदर प्रवेश कर गए।
डॉ. अग्रवाल का परिवार गुरुवार रात किसी पार्टी में गया था। सुरक्षा बलों के जवानों को देखकर पहले पड़ोसियों ने कयास लगाया कि संभव है कोई विवाद हुआ हो, इस कारण पुलिस और अधिकारी आए हों लेकिन जब 11 बजे तक कोई बाहर नहीं निकला और जवानों की तैनाती गेट पर बनी रही तो छापे की आशंका हुई जो सच निकली।
7 साल से इंद्रपुरी में रह रहे डॉ. अग्रवाल
इंद्रपुरी में नवोदय कैंसर अस्पताल संचालित करने वाले डॉ. श्याम अग्रवाल और उनका परिवार 7 साल से इंद्रपुरी के बी सेक्टर स्थित मकान नंबर 91 में रह रहे हैं। आसपास के लोगों ने बताया कि डॉ. अग्रवाल के मकान के ठीक सामने मंदिर है। अग्रवाल अपने काम से वास्ता रखते हैं और पड़ोसियों से आमना-सामना होने के दौरान दुआ सलाम के अलावा कोई और बात नहीं होती है। उनके रिजर्व नेचर के चलते पड़ोसी भी ज्यादा संपर्क नहीं रखते हैं।
अस्पताल में जारी रहा मरीजों का इलाज
ईडी की टीम ने अपनी पूरी कार्यवाही के दौरान नवोदय कैंसर अस्पताल में मरीजों के ट्रीटमेंट में किसी तरह की बाधा की स्थिति नहीं उत्पन्न होने दी। ईडी की टीम दस्तावेजों की जांच कर रही थी और मरीजों के ट्रीटमेंट में लगे डॉक्टर व कर्मचारी सामान्य दिनों की तरह अस्पताल में आ जा रहे थे। अस्पताल के सामने रहने वाले लोगों ने बताया कि पहले तो पुलिस और भीड़ देखकर वे यह मान रहे थे कि अस्पताल में कोई घटना हुई होगी लेकिन दोपहर में मीडिया के जमावड़े के बाद छापे की जानकारी स्पष्ट हुई।