भोपाल । राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। इसकी वजह हवाओं को रुख उत्तरी होने को बताया जा रहा है। कुछ दिनों बाद पुन: तापमान में बढोत्तरी दर्ज होने का अनुमान है। मौसम विभाग के अनुसार, वर्तमान में मध्य प्रदेश में तीन मौसम प्रणालियां सक्रिय हैं, लेकिन पर्याप्त नमी नहीं मिलने के कारण बारिश होने के आसार कम ही हैं।
शुक्रवार को सागर, रीवा संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। शेष जिलों में तापमान में बढ़ोतरी होने लगेगी। उधर गुरुवार को मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 43.6 डिग्री सेल्सियस तापमान राजगढ़ में दर्ज किया गया।पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के अनुसार, जम्मू-कश्मीर एवं उसके आसपास बना पश्चिमी विक्षोभ उत्तराखंड की तरफ बढ़ गया है।
उत्तर-पश्चिमी मध्यप्रदेश पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर एक ट्रफ लाइन तमिलनाडु तक बनी हुई है। इसी चक्रवात से एक अन्य ट्रफ लाइन मेघालय तक बनी है। हालांकि पर्याप्त नमी नहीं मिलने के कारण इन तीनों मौसम प्रणालियों का विशेष प्रभाव नहीं पड़ रहा है। इस वजह से शुक्रवार से एक बार फिर दिन के तापमान में बढोतरी होने लगेगी।
शनिवार से प्रदेश में खंडवा, खरगोन जिलों में फिर लू चल सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी पीके साहा के अनुसार, गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 40.9 डिग्रीसे. दर्ज किया गया, जो सामान्य रहा। यह बुधवार के अधिकतम तापमान 41.7 डिग्रीसे. के मुकाबले 0.8 डिग्रीसे. कम रहा। साहा के मुताबिक हवा का रुख उत्तरी होने से अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई। न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्रीसे. दर्ज किया गया, जो सामान्य से एक डिग्रीसे. अधिक रहा। साथ ही यह बुधवार के न्यूनतम तापमान 25.0 डिग्रीसे. के मुकाबले 1.4 डिग्रीसे. अधिक रहा।