चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा डॉ. अरुणा कुमार को डायरेक्टर मेडिकल एजुकेशन (DME) बनाए जाने के निर्णय ने प्रदेशभर में नया विवाद खड़ा कर दिया है। इसी कड़ी में आज गांधी चिकित्सा महाविद्यालय से जुड़े चिकित्सक, जूनियर डॉक्टर्स और मेडिकल टीचर्स एसोसिएशन (एमटीए) के सदस्य हमीदिया चिकित्सालय परिसर (नई ब्लॉक 1 और 2) में दोपहर 12 बजे विरोध प्रदर्शन करेंगे।
इस प्रदर्शन की घोषणा शुक्रवार रात को ही कर दी गई थी, जब एमटीए और जूनियर डॉक्टर्स एसोसिएशन (जूडा) के प्रतिनिधियों ने उपमुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल से मुलाकात कर अपनी आपत्तियां दर्ज कराई। दोनों संगठनों का कहना है कि डॉ. अरुणा कुमार का पूर्व प्रशासनिक आचरण विवादास्पद रहा है और उनकी नियुक्ति से न केवल शिक्षण संस्थानों का वातावरण प्रभावित होगा, बल्कि यह निर्णय छात्रहित और चिकित्सा शिक्षा की गरिमा के खिलाफ भी है।
मानसिक प्रताड़ना और आत्महत्या के आरोप जूडा ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि डॉ. कुमार के कार्यकाल में एक महिला जूनियर डॉक्टर ने मानसिक प्रताड़ना के चलते आत्महत्या जैसा गंभीर कदम उठाया था। इसके अलावा, उनके व्यवहार से कॉलेज परिसर में कई बार तनावपूर्ण स्थितियां बनीं और वरिष्ठ महिला चिकित्सकों ने सामूहिक त्यागपत्र की चेतावनी तक दे दी थी।