प्री-मानसून एक्टिविटीज के तहत हो सकती बूंदा-बांदी
भोपाल । राजधानीवासियों को हवाओं के गर्म थपेडों से राहत मिल गई है। पिछले तीन-चार दिनों से पसीने से तरबतर हो रहे लोगों ने मंगलवार को गर्म हवाओं से राहत महसूस की। मौसम विभाग का अनुमान है कि आने-वाले चार-पांच दिनों में प्री-मानसून एक्टिविटीज के तहत बूंदा-बांदी हो सकती है, लेकिन गर्मी बनी रहेगी।मौसम विभाग के आंकड़ों को देखने से पता चलता है कि भोपाल का तापमान लगातार नीचे की ओर जा रहा है। इस साल राजधानी में सबसे अधिक तापमान 14 मई को 44.4 डिग्रीसे. पहुंचा था। उसके बाद से यह लगातार कम हो रहा है। 15 मई को यह 43.9 डिग्रीसे. था, वही 16 मई को 42.7 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। रात का तापमान भी लगातार कम होते हुए 14 से 17 मई के बीच क्रमश: 30 डिग्री से., 29.4 डिग्री से., 29 और अब 25.2 डिग्री से. तक पहुंच गया। सोमवार के मुकाबले मंगलवार को न्यूनतम तापमान में 3.8 डिग्री सेल्सियस तक कमी आई। मौसम विज्ञानियों ने बताया कि 17-18 मई को भी तापमान एक-दो डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क सकता है। संभावना है कि अब तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के ऊपर नहीं जाएगा। सिर्फ राजधानी ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश में गर्मी का असर धीरे-धीरे कम हो रहा है। रविवार को जहां दो जिलों में तीव्र लू और पांच जिलों में लू चली थी। वहीं सोमवार को केवल दो जिलों में लू चली। रविवार को जहां प्रदेश का सबसे अधिक तापमान नौगांव व खजुराहो का 47.4 डिग्रीसे. था। वहीं सोमवार को प्रदेश का सबसे अधिक तापमान नौगांव व सीधी का 45 डिग्रीसे. रहा। इन बदलावों ने लोगों की उम्मीद बढ़ा दी है कि जल्द ही मानसून दस्तक देने वाला है। मौसम विज्ञानी ममता यादव के अनुसार करीब दो दिन पहले अंडमान-निकोबार पहुंचा दक्षिण पश्चिम मानसून सोमवार को दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में दाखिल हो गया है। ऐसा अनुमान है कि मानसून तय समय से लगभग 3-4 दिन पहले केरल पहुंचेगा। अगर सब कुछ ठीक रहा तो केरल से मध्यप्रदेश आने में इसे 15-18 दिन लग सकते हैं। इस तरह जून के पहले-दूसरे हफ्ते में लोगों को गर्मी से निजाद मिलनी शुरू हो जाएगी। जून के दूसरे हफ्ते में तापमान 38 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं जाएगा।