रेलवे के चीफ कंट्रोलर संजय कटारे ने 7 सितंबर 2023 को साथी चीफ कंट्रोलर निरपेंद्र सिंह गंगवार और महिला मित्र काजल परमार के खिलाफ ब्लैकमेलिंग की एफआईआर दर्ज कराई थी। भोपाल के गोविंदपुरा थाने में दर्ज एफआईआर में स्वयं को पीड़ित बताने वाला संजय कटारे पर अब निरपेंद्र मानहानि का का केस दर्ज कराने की तैयारी में हैं।
मामले में दोषमुक्त होने के बाद निरपेंद्र ने पूरी कहानी बताई। उन्होंने बताया कि एक लाख रुपए की उधारी न चुकाने के लिए पूरी साजिश रची गई थी। मुझे गलत फंसाया गया। केस के दौरान मेरे परिवार ने काफी कुछ झेला। मैं किसी से आंख नहीं मिला पाता था। कोर्ट ने तमाम आरोपों को मनगढंत माना है। 13 महीने बाद राहत की सांस ली है। पूरा परिवार तनाव में था। पत्नी के समझाने पर मैं शिकायत करने को राजी हुआ था। अब संजय के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराउंगा।
बर्थडे पार्टी में बुलाकर ब्लैकमेलिंग का लगाया आरोप
संजय कटारे (52) रेलवे में चीफ कंट्रोलर हैं। वे भोपाल कंट्रोल रूम में पदस्थ हैं। उन्होंने पुलिस को बताया था कि 30 दिसंबर 2021 को उनके साथी चीफ कंट्रोलर निरपेंद्र ने उन्हें अपनी जन्मदिन पार्टी में बुलाया था। जब वह पार्टी में पहुंचे तो निरपेंद्र ने उनकी पहचान काजल परमार नाम की युवती से कराई। काजल एक एनजीओ में काम करती है।
इसके कुछ समय बाद निरपेंद्र और काजल ने उन्हें ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। दोनों ने धमकाया कि रेप के झूठे केस में फंसाकर जेल भिजवा देंगे। नौकरी चली जाएगी और समाज में बदनामी भी होगी। डरा धमकाकर उनसे साढ़े पांच लाख रुपए वसूल लिए। यह सब करीब 13 महीने तक चला था। 6 सितंबर 2023 को एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
सोचा नहीं था दोस्त इतनी बड़ी साजिश करेगा
एफआईआर के बाद संजय कटारे ने कहा था कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा साथी, मेरा दोस्त इतनी बड़ी साजिश कर सकता है। चंद पैसों के लालच में उसने मुझे मौत के मुहाने पर लाकर खड़ा कर दिया था। इतना डिप्रेशन में आ चुका था कि कई बार आत्महत्या करने जैसे ख्याल दिल दिमाग में आने लगे थे। मैं निर्दोष था, बदनामी से डरता था। आरोपी परिवार वालों को भी मनगढंत कहानी सुनाकर रिश्तों में दरार डलवाने की धमकी देते थे।