भोपाल । मध्य प्रदेश में बिल्डिंग, सड़क, ब्रिज, तालाब जैसी साइट्स पर निर्माण कार्यों में लगे मजदूरों को 1 अप्रैल से कैशलेस इलाज की सुविधा मिलने वाली है। इन दिनों 12 लाख 50 हजार निर्माण श्रमिकों को आयुष्मान योजना से जोडऩे पर काम प्रदेश भवन एवं सन्निर्माण कर्मकार मंडल में जारी है। मजदूर परिवारों को हर साल 5 लाख रुपये तक के नि:शुल्क इलाज की सुविधा भी मिलेगी।
कर्मकार मंडल ने इसे लेकर आयुष्मान भारत निरामयम सोसाइटी से अनुबंध किया है, जिसके तहत कर्मकार मंडल में दर्ज श्रमिक परिवारों को कार्ड बनाकर फ्री इलाज की सुविधा दी जाएगी। फिलहाल कर्मकार मंडल में प्रदेश के जिन निर्माण श्रमिकों का डाटा रजिस्टर है उसे आयुष्मान योजना के पोर्टल से जोड़ा जा रहा है। करीब 7.50 लाख श्रमिकों का डाटा लगभग तैयार हो चुका है। जिन्हें जल्द ही कार्ड उपलब्ध कराए जाएंगे।
कियोस्क सेंटर से भी बनाए जा सकेंगे कार्ड
आयुष्मान भारत निरामयम सोसाइटी के सीईओ अनुराग चौधरी ने बताया कि कर्मकार मंडल में पंजीकृत मजदूरों सहित असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। इसके लिए कंस्ट्रक्शन साइट्स पर कैंप लगाए जाएंगे। वहीं, कर्मकार मंडल के कार्डधारी मजदूर श्रमिक कार्ड, आधार कार्ड और समग्र आईडी के जरिए कियोस्क सेंटर से भी कार्ड बनवा सकते हैं।
मजदूरों को मिलेगा ये फायदा
प्रदेश में 90 फीसदी असंगठित क्षेत्र के श्रमिक हैं। इन श्रमिकों को आयुष्मान योजना से फ्री इलाज की सुविधा मिल सकेगी। मजदूर कई बार निर्माण कार्यों के दौरान होने वाले हादसे में घायल हो जाते हैं और आर्थिक तंगी के चलते समय पर इलाज नहीं करा पाते, लेकिन आयुष्मान योजना से वे इलाज करा सकेंगे।
कर्मकार मंडल वहन करेगा इलाज का खर्च
आयुष्मान योजना के तहत इलाज कराने वाले श्रमिकों के इलाज का खर्च कर्मकार मंडल के द्वारा वहन किया जाएगा। इसके लिए प्रति मजदूर करीब 1052 रुपये की राशि सालाना प्रीमियम के तौर पर निरामयम सोसाइटी में कर्मकार मंडल द्वारा जमा की जाएगी।