भोपाल। जिले में रवी विपणन वर्ष 2022-23 में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन हेतु शुक्रवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया की अध्यक्षता में गेहूं उपार्जन का प्रशिक्षण संपन्न हुआ।
प्रशिक्षण में अपर कलेक्टर भोपाल, उप संचालक कृषि भोपाल, गुणवत्ता नियंत्रक भारतीय खाद्य निगम तथा नागरिक आपूर्ति निगम , जिला स्तरीय उपार्जन समिति के समस्त अधिकारी उपायुक्त राहाकरिता , जिला आपूर्ति नियंत्रक , प्रबंध संचालक जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक , जिला प्रबंधक म.प्र . वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक कार्पोरेशन , जिला प्रबंधक एम.पी. स्टेट सिविल सप्लाईज कार्पोरेशन , डीआईओ एनआईसी की उपस्थिति में समस्त उपार्जन समिति प्रबंधक एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर्स एनआरएलएम के स्व सहायता समूह उपस्थित थे ।
जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं उपार्जन का कार्य 4 अप्रैल से 16 मई तक कार्य किया जायेगा । जिले में 77 गेहूं उपार्जन केन्द्र बनाये गये हैं जिनमें से 65 गोदाम स्तरीय एवं 12 समिति स्तरीय गेहूं उपार्जन केन्द्र हैं । स्टील सायलो मुगालियाकोट द्वारा स्वयं खरीदी की जायेगी तथा दो गोदाम संचालक राधे वेयरहाउस एवं लक्ष्मी वेयरहाउस द्वारा स्वयं खरीदी की जायेगी । जिले में गेहूं उपार्जन का लक्ष्य 3 लाख मीट्रिक टन. है । वर्तमान में मंडियों में 2200 से 2600 रूपये प्रति क्विंटल गेहूं विक्रय के दाम प्राप्त हो रहे हैं ।
कलेक्टर श्री लवानिया ने निर्देश दिये कि सभी गेहूं उपार्जन केन्द्रों पर न्यूनतम 08 इलेक्ट्रोनिक तौल कांटे स्थापित कर प्रत्येक तौल कांटे पर 250 क्विंटल के मान से 2000 क्विंटल प्रति दिन खरीदी की जाए। किसानों को स्लॉट बुकिंग की तिथि अनुसार टोकन बांट दिये जायें । सभी उपार्जन केन्द्रों पर छाया, पानी की पर्याप्त व्यवस्था हो । गोदामों में वाटर कूलर लगाये जायें । समिति स्तर पर केन्द्रों में मटकों में समिति के नाम लिखे जायें तथा प्रत्येक समिति पर पर्याप्त संख्या में मटके रखवाये जायें ।
कलेक्टर श्री लवानिया ने निर्देश दिए कि किसानों के लिये गोदामों एवं समिति के केन्द्रों पर पर्याप्त शेड हों । प्लास्टिक के बारदानें में 50 किलो 135 ग्राम से अधिक गेहूं न तौला जाये। नापतौल नोडल अधिकारी जांच कर इसका पालन करवायें । प्रत्येक उपार्जन केन्द्र पर नोडल अधिकारी के बायोमेट्रिक सत्यापन द्वारा निरीक्षण किया जायेगा। सभी किसानों का जेआईटी के माध्यम से भुगतान किया जायेगा । सभी किसानों के खाते आधार से लिंक तथा अपडेट हो । उपार्जन केन्द्रों पर बारदाना तथा परिवहन समय पर हो ।
गोदाम स्तरीय केन्द्रों में उपार्जन के पश्चात् गेहूं के बारदाने गोदाम के अंदर रखे जायें । जिससे गेहूं में सूखत न हो । आकस्मिक मौराग को दृष्टिगत रखते हुये प्रत्येक केन्द्र पर पर्याप्त संख्या में तिरपाल की व्यवस्था की जाये । सभी उपार्जन समितियां पक्का फर्श पर तिरपाल बिछाकर गेहूं का उपार्जन करें । मंडियों में समर्थन मूल्य के उपर बोली लगाई जाये गेहूं के समर्थन मूल्य 2015 रूपये प्रति क्विंटल पर किसानों से गेहूं उपार्जन हेतु व्यापक स्तर पर सुविधायें प्रदाय कर किसानों की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुये खरीदी की जाने के निर्देश दिये गये । समिति तथा गोदाम स्तर पर प्रशिक्षित सर्वेयर रखे जाए । किसानों से एफएक्यू गुणवत्ता का ही गेहूं उपार्जित किया जाए ।