प्रदेश में आदिवासियों की जमीन की खरीद-फरोख्त और इस पर बेनामी कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। इसके चलते प्रदेश के आदिवासी बहुल इलाकों की जमीन और अन्य प्रॉपर्टी पर आयकर विभाग की नजर है। पेंच टाइगर रिजर्व एरिया में एक आदिवासी की प्रॉपर्टी पर रिसोर्ट खोलने के मामले में बेनामीदार (जिस व्यक्ति या काल्पनिक व्यक्ति के नाम पर बेनामी संपत्ति हस्तांतरित या धारित की जाती है) खुलासा होने के बाद आयकर विभाग ने ट्राइबल लैंड के मालिकाना हक के मामलों पर फोकस करना शुरू कर दिया है।
देश में सबसे अधिक प्रॉपर्टी भोपाल में अटैच
बेनामी प्रॉपर्टी पर कार्यवाही के मामले में भोपाल आयकर विभाग देश में नम्बर एक बना हुआ है। यहां 2016 में बेनामी प्रतिषेध अधिनियम लागू होने के बाद से अब तक देश भर में सबसे ज्यादा 1400 प्रॉपर्टी अटैच की जा चुकी है। अटैच प्रॉपर्टी का मूल्य 900 करोड़ रुपए है। डायरेक्टर जनरल इन्वेस्टिगेशन सतीश कुमार गोयल अपनी टीम के सदस्यों के माध्यम से ऐसे मामले में सख्त एक्शन लेने का काम करा रहे हैं। गोयल की टीम में शामिल संयुक्त आयकर आयुक्त बेनामी प्रतिषेध अधिनियम सागर श्रीवास्तव ऐसे मामलों में इन डेप्थ जांच के जरिए विभाग के केस मजबूत करने का काम कर रहे हैं। बताया जाता है कि सारे केस अपीलेट ट्रिब्यूनल में इसी के चलते मंजूर किए जा रहे हैं।