मास्को । दुनिया तीसरे विश्व युद्ध के मुहाने पर खड़ी है। यूक्रेन पर रूसी हमले ने पूरे विश्व को हिला दिया है। वहीं, दो अमेरिकी स्पेस इंजीनियर मास्को में एक कैप्सूल में बंद हैं। माना जा रहा है कि वे युद्ध से बेखबर हैं। ये वैज्ञानिक नासा के 8 माह लंबे चलने वाले स्पेस एक्सपेरिमेंट में शामिल हैं।जहां एक तरफ अमेरिकी नागरिक जल्द से जल्द रूस छोड़ने में लगे हैं, वहीं, इन वैज्ञानिकों को मामले की गंभीरता का शायद कोई अंदाजा नहीं है।
दरअसल, नासा एक एक्सपेरिमेंट कर रहा है। इसका मकसद अंतरिक्ष यात्रियों के सटीक अनुभव को जानना है। इस प्रयोग में शामिल 6 लोग एक कैप्सूल में बंद हैं। इनमें दो अमेरिकी वैज्ञानिक विलियम ब्राउन और एशले कोवाल्स्की शामिल हैं।इनके अलावा 3 रूसी नागरिक और अमीरात का नागरिक भी कैप्सूल में बंद है। नासा के एक मिशन के तहत ये वैज्ञानिक नवंबर में कैप्सूल में गए थे।और जुलाई तक वहीं बंद रहने वाले हैं। उनके पास बाहरी दुनिया से संपर्क करने का सिर्फ एक ही माध्यम है। इलेक्ट्रॉनिक लेटर्स के जरिए। प्रयोग में शामिल एक कॉर्डिनेटर द्वारा ये इलेक्ट्रॉनिक लेटर्स एक सुरक्षित सर्वर पर अपलोड की जाती हैं।
विलियम ब्राउन के एक साथी ने कहा कि यूक्रेन पर हुए रूसी हमले से पहले ही अपने दोस्त से उनकी बातचीत हुई थी।लेकिन अब ब्राउन को युद्ध के बारे में जानकारी है भी या नहीं ये उन्हें नहीं पता। वहां ये भी नहीं जानते हैं कि युद्ध शुरू होने के बाद उन्हें कोई जानकारी दी गई है या नहीं? ब्राउन ने अपने दोस्त के लिए चिंता जताई है। नासा मामले पर कोई जानकारी नहीं दे रहा है कि उन वैज्ञानिकों को युद्ध की जानकारी है या नहीं? नासा ने यह भी नहीं बताया है कि वहां प्रयोग को जारी रखना चाहता है या इस बंद करने का प्लान बना रहा है।