मध्यप्रदेश में बीजेपी के जिलाध्यक्षों के नामों का पैनल तैयार हो गया है। करीब 50 जिलों में रायशुमारी के बाद सहमति बन गई है। नामों के इस पैनल को अब भोपाल से ई-मेल के जरिए दिल्ली भेजा जाएगा। दिल्ली से हरी झंडी मिलने के बाद आज रात तक पहली सूची आने की संभावना है। इसमें 50 जिलों के अध्यक्ष घोषित किए जा सकते हैं।
इससे पहले गुरुवार देर रात तक बीजेपी के जिला निर्वाचन अधिकारियों और पर्यवेक्षकों ने रायशुमारी में आए नामों की मेरिट लिस्ट के आधार पर पैनल तैयार किए। हर जिले के पैनल में एक महिला और एसटी-एससी नेता का नाम भी शामिल किया गया है।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान मध्यप्रदेश में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद सदस्यों का चुनाव कराएंगे। पार्टी ने उन्हें प्रदेश संगठन के लिए चुनाव अधिकारी नियुक्त किया है।
गुरुवार देर रात तक चली बैठक प्रदेश भाजपा कार्यालय में गुरुवार देर रात करीब सवा दस बजे तक जिलेवार वन-टू-वन बैठक चली। इससे पहले सुबह 11 बजे से बीजेपी की प्रदेश संगठन चुनाव की पर्यवेक्षक सरोज पांडे, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, प्रदेश प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और प्रदेश चुनाव अधिकारी विवेक शेजवलकर, सह चुनाव अधिकारी रजनीश अग्रवाल ने जिला निर्वाचन अधिकारियों और पर्यवेक्षकों के साथ रायशुमारी के टेबुलेशन शीट और पैनल पर चर्चा की।
दोपहर 2 बजे तक फर्स्ट राउंड में 22 जिलों की चर्चा हुई। दोपहर 2.30 बजे से रात करीब 10.15 बजे तक बाकी बचे जिलों की वन-टू-वन मीटिंग हुई।
भोपाल से जाचक, इंदौर से गुप्ता का नाम बीजेपी महिलाओं को भी राजनैतिक भागीदारी देने के लिए लगातार कदम उठा रही है। संसद में महिला बिल पारित होने के बाद अब एमपी के दर्जनभर जिलों की कमान महिलाओं को सौंपी जा सकती है। फिलहाल, नवगठित पांढुर्णा जिले में प्रदेश की एकमात्र महिला जिला अध्यक्ष वैशाली महाले हैं।
भोपाल में वंदना जाचक और इंदौर नगर में दिव्या गुप्ता को मौका मिल सकता है। टीकमगढ़ में सरोज राजपूत भी लॉबिंग में जुटी हैं।
दिल्ली में होगी समीकरणों की क्रॉस चेकिंग हर जिले से बनाए गए तीन-तीन नामों के पैनल का आज ही दिल्ली में केंद्रीय संगठन चुनाव से जुड़ी टीम परीक्षण करेगी। इसमें यह देखा जाएगा कि क्षेत्रीय, जातीय समीकरणों के अनुसार जिलाध्यक्ष बनाए जा रहे हैं या नहीं। यह भी देखा जाएगा कि महिलाओं, एसटी-एससी वर्ग को कितना प्रतिनिधित्व मिल रहा है।
पूर्व सांसद और पूर्व विधायक भी कतार में बीजेपी का जिलाध्यक्ष बनने के लिए पूर्व सांसद, पूर्व विधायक से लेकर वर्तमान जिलाध्यक्ष और कई सीनियर नेता लॉबिंग में जुटे हैं। सागर में पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह, पूर्व विधायक हरवंश राठौर, टीकमगढ़ में पूर्व विधायक राकेश गिरि, निवाड़ी में पूर्व विधायक शिशुपाल यादव जिलाध्यक्ष बनने के लिए लगातार नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं।