बीजेपी जिला अध्यक्षों के चुनाव को लेकर प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। करीब आधा दर्जन जिलों में जिलाध्यक्ष के नाम पर सहमति नहीं बन पा रही है। मप्र के सबसे बडे़ और आपसी खेमेबाजी के कारण चर्चा में रहे सागर जिले में भी जिलाध्यक्ष को लेकर चल रही खींचतान का बीजेपी ने तोड़ निकाल लिया है। अब सागर के साथ ही दूसरे बडे़ जिले धार में दो-दो जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे।
ग्रामीण जिला अध्यक्ष भी होंगे नियुक्त बीजेपी के संगठनात्मक रूप से मप्र में 60 जिले हैं। सागर और धार में भी शहर और ग्रामीण जिला अध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। वर्तमान में ग्वालियर, जबलपुर, भोपाल, इंदौर, उज्जैन में ही शहर और ग्रामीण जिलाध्यक्ष हैं। रीवा से अलग कर बनाए गए मऊगंज में जिलाध्यक्ष पहले ही नियुक्त किया जा चुका है। अब सबसे बडे़ दो जिलों सागर और धार में भी दो जिलाध्यक्ष होने के बाद एमपी में बीजेपी के 62 संगठनात्मक जिले हो जाएंगे।
सागर में विनोद पंथी बन सकती हैं पहली शहर अध्यक्ष मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह और गोपाल भार्गव जैसे दिग्गजों के बीच चल रही खींचतान जिलाध्यक्ष के चुनाव में खुलकर सामने आई है। भूपेन्द्र सिंह की ओर से पूर्व सांसद राजबहादुर सिंह का नाम जिलाध्यक्ष के लिए आगे बढ़ाया गया था। वहीं वर्तमान जिलाध्यक्ष गौरव सिरोठिया फिर से अध्यक्ष बनने के लिए प्रयास कर रहे हैं। संगठन में विवाद खत्म करने के लिए अब शहर में महिला को कमान दी जा सकती है। ऐसे में पूर्व विधायक विनोद पंथी सागर की पहली महिला शहर अध्यक्ष बन सकती हैं। रायशुमारी में भी पंथी के पक्ष में अच्छे रुझान आए हैं।
आज आ सकती है पहली सूची बीजेपी के जिला अध्यक्षों की पहली सूची आज जारी हो सकती है। जिला अध्यक्षों के साथ ही प्रदेश प्रतिनिधियों की भी लिस्ट जारी होगी। प्रदेश के 50% जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। बीजेपी ने प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है। ऐसे में आज 40 से 50 के बीच जिलाध्यक्ष घोषित हो सकते हैं। करीब 50 जिलों में बीजेपी के जिलाध्यक्ष को लेकर सहमति बन गई है।