पूर्व भारतीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने सिडनी टेस्ट में भारतीय टीम की प्लेइंग-11 पर सवाल उठाए हैं। पूर्व स्पिनर ने कहा- 'इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया का चयन खिलाड़ियों के कद को देखकर नहीं किया जाना चाहिए। सिलेक्टर्स को तय करना चाहिए कि सीनियर खिलाड़ी काउंटी क्रिकेट में हिस्सा लें।
हरभजन ने बड़े खिलाड़ियों को डोमेस्टिक क्रिकेट खेलने की भी वकालत की। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में ढाई दिन में 6 विकेट से हार गई। इससे टीम को 10 साल के बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवानी पड़ी।
आखिरी मुकाबले में 2 स्पिनर रखे जाने पर सवाल उठाए
हरभजन ने कहा कि जसप्रीत बुमराह को दूसरी पारी से पहले पीठ की इंजरी हुई। वे नहीं खेल सके। ऐसे में 162 रन के मामूली टारगेट के बचाव करने की जिम्मेदारी मोहम्मद सिराज और प्रसिद्ध कृष्णा के कंधों पर थी। प्रसिद्ध इस सीरीज में पहला मैच खेल रहे थे। सिडनी की पिच पर दो स्पिन को प्लेइंग इलेवन में लेने का कोई मतलब नहीं था।
रवींद्र जडेजा ने मैच में सिर्फ तीन ओवर फेंके, जबकि वॉशिंगटन सुंदर ने दूसरी पारी के अंत में सिर्फ एक ओवर फेंका। अगर टीम में एक सीमर होता तो स्थिति कुछ और हो सकती थी।
रोहित और विराट के रन न बनाए जाने की भी आलोचना की
हरभजन ने सीरीज में रोहित और विराट के रन बनाए जाने की आलोचना की। उन्होंने कहा कि ये दोनों प्लेयर तब आउट हो गए जब टीम को इनकी जरूरत थी।
मैच के बाद गावस्कर ने कोचों पर निशाना साधा था एक दिन पहले रविवार को दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भारतीय टीम के कोचों पर निशाना साधा था। गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए उन्होंने कहा था-
आपका कोचिंग स्टाफ क्या कर रहा था? आपके बॉलिंग कोच, बैटिंग कोच...बैटिंग कोच को देखिए, ये जब न्यूजीलैंड के खिलाफ जिस तरह से ऑलआउट हो गए थे 46 रन पर। उसके बाद में बाकी के मैचों में भी जिस तरह से हम लोग हार गए, जिस तरह से हमारी बैटिंग में कोई दम नहीं था। यहां पर भी बैटिंग में कोई दम नहीं था। तो सवाल पूछने चाहिए कि भाई आप लोगों ने क्या किया? इंप्रूवमेंट में क्यों नहीं दिखाई दे रही है?
गावस्कर ने कहा-
इतनी अच्छी गेंदें थीं कि हमारे बल्लेबाज सामना नहीं कर पाए. वो कारण ठीक है, अच्छा गेंदबाज, अच्छी गेंद हो तो कोई दिक्कत नहीं है। महान से महान खिलाड़ी को दिक्कत होती है, जब अच्छी गेंद आती है। लेकिन जब वैसा नहीं हो रहा है तो आप मुझे बताइए कि आपने क्या किया है? आगे पूछेंगे कि इनको खिलाना चाहिए, उनको खिलाना चाहिए, मैं तो पूछता हूं कि हमें यह भी पूछना चाहिए कि क्या ये कोचिंग स्टाफ को हमे आगे जाकर रखना चाहिए?
पूर्व क्रिकेटर्स के निशाने पर है भारतीय टीम
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हारने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम पूर्व क्रिकेटर्स के निशाने पर है। मैच हारने के बाद इरफान पठान, हरभजन सिंह और सुनील गावस्कर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने भारतीय टीम के प्रदर्शन की आलोचना की है।