भोपाल । मध्यप्रदेश में खरगोन हिंसा से क्या पीएफआई का कनेक्शन था। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इस बारे में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा पहले भी इस तरह की घटनाओं में पीएफआई फंडिंग करता रहा है। इस बार भी इस घटना के पीछे उसी का हाथ है। शर्मा के बयान पर कांग्रेस ने सवाल किया कि केंद्र और राज्य दोनों जगह भाजपा की सरकार होते हुए भी ऐसा कैसे हुआ। सरकार इसका जवाब दे।
खरगोन सांप्रदायिक हिंसा में पीएफआई का कनेक्शन हो सकता है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडियो शर्मा का कहना है पीएफआई इस तरह की हिंसा में फंडिग कर रहा है। मैं तो पहले भी कह रहा था और अभी भी कह रहा हूं कि पीएफआई ने पहले और अभी भी इस तरह की हिंसा में फंडिग की है। इस बड़े आरोप के बाद शर्मा ने कहा दिग्विजय सिंह नक्सलवाद और आतंकवाद का समर्थन करते हैं। अंतर्राष्ट्रीय षड्यंत्र की भूमिका में दिग्विजय सिंह की कड़ी जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस ने सरकार से जवाब मांगा
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बयान पर कांग्रेस ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा अगर पीएफआई ने फंडिंग की है तो ये सरकार की बड़ी नाकामी है। उन्होंने सवाल किया कि केंद्र और मध्य प्रदेश दोनों जगह भाजपा की सरकार है। भाजपा सरकार के रहते पीएफआई ने कैसे फंडिंग कर दी। मध्यप्रदेश का इंटेलिजेंस आखिर कहां है। क्या कर रहा है। पीएफआई आतंकवादी यहां आकर रह रहे हैं। खरगोन में हिंसा हो रही है। इंटेलिजेंस फेल है। शर्मा ने पूछा- किस कानून में लिखा है कि जांच किए बिना मकान तोड़ दो। प्रधानमंत्री आवास योजना के भी मकान तोड़ दिए। गड़बड़ी शासन और प्रशासन स्तर पर हुई।
खरगोन में कफ्र्यू में छूट
मध्यप्रदेश के खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान पथराव और सांप्रदायिक हिंसा के बाद से कफ्र्यू लगा हुआ था। गुरूवार सुबह 10 से 12 बजे तक 2 घंटे तक सिर्फ महिलाओं के लिए कफ्र्यू में ढील दी गई। महिलाओं को कफ्र्यू में घर से बाहर निकल कर जरूरत का सामान लाने की अनुमति दी गई।
कलेक्टर पी अनुग्रहा ने आदेश जारी किए थे। खरगोन हिंसा के बाद करीब 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। शांति भंग करने वाले लोगों के घरों पर बुलडोजर चलाया गया। इस पूरे मामले को लेकर जांच जारी है। शहर काजी ने आगामी त्योहारों को देखते हुए मुस्लिम समुदाय के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।