प्रदेश सरकार के बजट में पहली बार भोपाल के लिए 41 सड़कें और 3 फ्लाईओवर मंजूर किए गए हैं। शहर के लगभग हर इलाके और ग्रामीण क्षेत्र की सड़कों के निर्माण के लिए टोकन राशि बजट में रखी गई है। इनकी अनुमानित लागत 447.21 करोड़ रुपए है। इसमें दो सड़कों के भू अर्जन के लिए 10.92 करोड़ रुपए भी शामिल हैं। शैतान सिंह तिराहे से कोलार मेन रोड को जोड़ने वाली सड़क और बावड़िया के प्रस्तावित नए आरओबी की एप्रोच रोड का रास्ता भी साफ हो गया है। भू-अर्जन की अड़चन के कारण ये काम रुके हुए थे। इसमें से कई सड़कें अब तक नगर निगम के पास थीं, लेकिन अब उनका रखरखाव पीडब्ल्यूडी करेगा।
मेट्रो को 425 करोड़ रुपए, इसी साल चलाने का दावा भोपाल-इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए इस साल 850 करोड़ रुपए का बजट दिया गया है। इसमें से भोपाल को 425 करोड़ रुपए मिलेंगे। इस साल दोनों शहरों में मेट्रो के कमर्शियल संचालन का दावा किया जा रहा है। भोपाल में सुभाष नगर से एम्स तक पूरे प्रायोरिटी कॉरिडोर का एक बार ट्रायल हो चुका है। प्रायोरिटी रूट की सभी बड़ी बाधाएं दूर हो गईं हैं। मेट्रो के डिपो का निर्माण जारी है और कमर्शियल संचालन के लिए इस पर तेजी से काम जरूरी है। भोपाल को मेट्रोपॉलिटन सिटी बनाने के लिए मेट्रोपॉलिटन प्राधिकरण गठित होगा। यह एजेंसियों व प्रशासनिक इकाइयों के बीच समन्वय करेगा। भोपाल स्टेट कैपिटल रीजन के रूप में विकसित किया जाएगा, जिसमें मंडीदीप, ओबेदुल्लागंज और सीहोर शामिल होंगे।