भोपाल। मध्यप्रदेश की पुलिस दो अलग-अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों के मकान धराशाई कर दिए। रतलाम में देशद्रोह के आरोपी का मकान ढहाया गया तो वहीं रीवा में बलात्कार के आरोपी महंत का मकान जमींदोज किया गया। राजस्थान की जयपुर व चित्तौड़ की पुलिस द्वारा निंबाहेड़ा में पकड़े गए तीन आतंकियों के अन्य साथियों की रतलाम में खोजबीन की जा रही है।
पुलिस ने अब तक करीब 20 लोगों को हिरासत में लिया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। साथ ही आरोपितों के फोन काल डिटेल की भी जांच की जा रही है। इसके साथ ही प्रशासन और पुलिस के अमले ने देशद्रोह के मामले गिरफ्तार आरोपित इमरान खान के मोहन नगर स्थित मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
उल्लेखनीय है कि जयपुर व चित्तौड़ की पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई कर 30 मार्च को निंबाहेड़ा में नाकाबंदी कर कार से जा रहे तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया था । उनके पास से बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गई थी। आरोपितों की पहचान रतलाम के सेफुद्दीन, अल्तमस व जुबेर के रूप में हुई। इसके बाद सूचना मिलने पर रतलाम पुलिस भी सक्रिय हो गई व उनके साथियों की खोजबीन शुरू कर दी। शनिवार को पुलिस ने करीब आधा दर्जन लोगों के घरों में तलाशी ली थी ।
इसके बाद शुक्रवार सुबह पुलिस और प्रशासन का दल मोहन नगर पहुंचा और देशद्रोह के मामले में करीब पांच साल पहले गिरफ्तार किए गए आरोपित इमरान खान के मकान को तोड़ने की कार्रवाई शुरू की। जेसीबी की मदद से उसका अवैध निर्माण तोड़ा जा रहा है। मौके पर एसडीएम, सीएसपी, नगर निगम और पुलिस बल तैनात है। वही कार्रवाई देखने के लिए लोगों की भीड़ भी आसपास जमा हो गई है। इमरान जमानत पर है। सूत्रों का कहना है कि इमरान को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की है। वही आरोपितों के कई साथी शहर छोड़कर भाग गए हैं।
महंत के मकान पर चला बुलडोजर: उधर रीवा के सर्किट हाउस में नाबालिग से दुष्कर्म के आरोपित महंत के मकान पर प्रशासन ने गुरुवार को बुलडोजर चलवाकर जमींदोज कर दिया। पुलिस ने आरोपित महंत सीताराम दास व हिस्ट्रीशीटर विनोद पांडे को जिला एवं सत्र न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपित महंत को दो दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।
वहीं आरोपित विनोद को जेल भेज दिया। इससे पहले महंत सीताराम को पुलिस नकाब पहनाकर सिविल लाइन थाने से करीब सौ मीटर दूर स्थित न्यायालय पैदल लेकर पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गई। अधिवक्ताओं ने आरोपित को फांसी की सजा देने की मांग कर नारेबाजी की। इस मामले के दो अन्य आरोपित अभी फरार हैं।
गुढ़ थाना अंतर्गत गुढ़वा गांव में आरोपित महंत ने बगैर अनुमति के 2800 वर्गफीट में मकान का निर्माण कराया था। प्रशासन ने बुलडोजर चलवाकर कुछ घंटे में ही मकान को जमींदोज कर दिया। रोजगार सम्मेलन में बुधवार को रीवा पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर नाराजगी जताई थी।
उन्होंने मंच से कहा था कि अपराधियों के घरों पर बुलडोजर चला दो, उनको कुचल दो। किसी भी कीमत पर अपराधियों को पनपने नहीं दिया जाएगा। उनके बयान के आधे घंटे बाद सिंगरौली से आरोपित महंत को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं 24 घंटे के अंदर आरोपित के मकान पर भी बुलडोजर चल गया। रीवा पुलिस आरोपित को संरक्षण देने वालों की कुंडली भी खंगाल रही है।