भोपाल। रेलवे अप्रैल महीने के प्रथम सप्ताह से ही यात्रियों को सामान्य टिकट की सुविधा प्रदान करेगा। मार्च महीने में जिन यात्रियों ने आरक्षण करवा लिया है उनका आरक्षण रदद नहीं किया जाएगा। इस मामले में तीन दिन तक मंथन करने के बाद पश्चिम मध्य रेलवे इस निष्कर्ष पर पहुंचा है कि जनरल टिकट की सुविधा अप्रैल के पहले सप्ताह से शुरू की जाएगी।
दरअसल मंथन के दौरान जोन की सभी 55 ट्रेनों का अध्यायन किया। इस दौरान एक से 31 मार्च के बीच सभी 55 ट्रेनों में लगभग डेढ़ लाख से ज्यादा यात्रियों ने जनरल कोच में आरक्षण कराया है। इतनी बढ़ी संख्या में इन यात्री का आरक्षण रद नहीं किया जा सका।
यदि रद भी करते हैं तो जनरल टिकट शुल्क और उसके साथ लिया जाने वाले आरक्षण शुल्क यात्री को वापस करना होगा। मालूम हो कि रेलवे बोर्ड ने ट्रेन के जनरल कोच में जनरल टिकट की सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं। पश्चिम मध्य रेलवे समेत देशभर के 16 रेल जोन को इस पर निर्णय लेने कहा है। आदेश जारी होते ही पश्चिम मध्य रेलवे अपने तीनों मंडल जबलपुर, भोपाल और कोटा से गुजरने वाली 55 ट्रेनें में यह सुविधा देगा। आरक्षण का अध्ययन करने के बाद यह देखा गया है कि अप्रैल माह से ट्रेनों के जनरल कोच में 100 से 200 सीट हर दिन आरक्षित है। हर दिन 600 से 900 यात्री ने ट्रेनों में आरक्षण कराया है।
एक यात्री से कम से कम 200 और अधिकतम 500 रुपये ट्रेन का किराया लिया गया है। एक दिन में तीनों मंडल की 254 कोचों में लगभग 2000 से 2300 यात्री ने आरक्षण कराया। इनका आरक्षण रद करना है तो हर दिन लगभग 5 से 8 लाख रुपये रिफंड देना होगा। 31 दिन में यह रिफंड डेढ़ करोड से ज्यादा है। मार्च माह में होली होने की वजह से ट्रेनों में भीड़ है। होली के पहले और बाद में अधिकांश ट्रेनें फुल हैं।
इनमें स्लीपर और एसी कोच में आरक्षण न मिलने की वजह से अधिकांश यात्री ने जनरल कोच में आरक्षण लिया है। इसे देखते हुए जबलपुर समेत तीनों मंडल में 31 मार्च तक की जनरल टिकट का रद न करने की निर्णय लिया गया है। अब एक से 10 अप्रैल के बीच ट्रेनों में बारी-बारी से जनरल टिकट की सुविधा शुरू की जाएगी। इस दौरान जितने भी आरक्षण हुए हैं, उनकी टिकट रद कर उनका किराया रिफंड होगा।