मॉस्को । रूस-यूक्रेन जंग में पुतिन के तल्ख तेवरों का असर दिखने लगा है अब पश्चिमी देशों ने अपनी सेना भेजने से इनकार कर दिया है। लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन और यूरोपीय देश लगातार यूक्रेन को हथियार सप्लाई कर रहे हैं। यूक्रेन पर रूसी हवाई हमलों का जवाब देने के लिए पोलैंड ने अमेरिका को एक ऑफर दिया था। वह अपने पुराने विमान पोलैंड को देने के लिए तैयार था लेकिन बदले में उसने अमेरिका से एफ-16 फाइटर जेट्स की मांग की थी।
लेकिन अब पुतिन की धमकी के बाद पोलैंड ने अपने प्रस्ताव को वापस ले लिया है। रविवार को खबर आई कि अमेरिका ने पोलैंड के ऑफर को मंजूर कर लिया है। लेकिन रूस की उस धमकी के बाद पोलैंड ने अपने कदम पीछे खींच लिए, जिसमें कहा गया था कि 'जो देश कीव की मदद करेंगे, उन्हें इस युद्ध में शामिल माना जाएगा।
' जेलेंस्की ने नाटो से यूक्रेन के हवाई क्षेत्र को 'नो फ्लाई जोन' घोषित करने के लिए कहा था लेकिन पुतिन की धमकी के बाद नाटो ने भी इससे इनकार कर दिया। लिहाजा जेलेंस्की ने लड़ने के लिए फाइटर जेट्स की मांग की थी।
पोलैंड ने कहा था कि वह अपने मिग-29 और सुखोई-25 लड़ाकू विमान यूक्रेन को देने के लिए तैयार है लेकिन अमेरिका को इसकी भरपाई अपने एफ-16 विमान देकर करनी होगी। रविवार को अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इस प्रस्ताव के संबंध में पोलैंड के साथ वार्ता चल रही थी जिसे अब 'ग्रीन सिग्नल' मिल चुका है। उन्होंने कहा था, 'हम अपने पोलैंड के दोस्तों के साथ संपर्क में हैं और पूछ रहे हैं कि हम आपकी कैसे मदद कर सकते हैं?' रूस के रक्षा मंत्रालय ने नाटो सहित अन्य देशों को चेतावनी दी थी
कि कीव को सैन्य विमान देने से उनके बीच संघर्ष शुरू हो सकता है। मंत्रालय के प्रवक्ता इगोर कोनाशेनकोव ने एक वीडियो ब्रीफिंग में कहा था कि यूक्रेन के कुछ लड़ाकू विमान रोमानिया और अन्य देशों में तैनात किए गए हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर ये विमान अपने देश से रूसी सैनिकों पर हमला करते हैं तो माना जाएगा कि ये भी युद्ध में शामिल हैं। उन्होंने दावा किया था कि कुछ यूक्रेनी विमान रोमानिया और दूसरे पड़ोसी देशों की ओर गए हैं।