भोपाल । घर वाले के शादी करने के दबाव के बीच प्रदेश के मंदसौर जिले के हरनावदा की दसवीं की चार छात्राएं मुख्यमंत्री से मिलने सीधे भोपाल पहुंच गई। छात्राएं शादी नहीं करने और आगे पढाई जारी रखने की गुहार मुख्यमंत्री से लगाने आई है।
घर से बगैर बताए राजधानी पहुंची इन चारों छात्राओं की यहां मुख्यमंत्री से मुलाकात भी नहीं हो पाई है। उधर गांव से चारों छात्राएं एक साथ गायब होने से स्वजनों और पुलिस ने सतर्कता से तलाश शुरू की। चारों छात्राएं भोपाल में होने की जानकारी मिलने पर पुलिस छात्राओं को वहां से लाई और उसने चर्चा की।
पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया स्वयं गांव हरनावदा पहुंचे और छात्राओं से चर्चा की, छात्राओं ने आगे की पढ़ाई जारी रखने की बात कहीं। इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने स्वजनों को समझाईश दी कि बेटियां पढ़ना चाहती है, इन्हें पढ़ाया जाये। स्वजनों ने बेटियों को आगे पढ़ाने की सहमति दी। इससे चारों छात्राएं बहुत खुश हो गई। जानकारी के अनुसार घर पर किसी को बताये बिना मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिलने के लिये भोपाल गई ग्राम हरनावदा की चारों छात्राएं एक ही परिवार की है। ये चारों छात्राएं शादी से पहले उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने सपनों को पूरा करना चाहती है।
लेकिन 10वीं की पढ़ाई के बाद ही परिवार में स्वजन इनकी शादी संबंध के बारे में बात करने लगे। गांव में 10वीं तक ही स्कूल है। इससे छात्राओं को लगा कि अब उनकी पढ़ाई छूट जाएगी। इसको लेकर चारों छात्राएं एक मत हुई और गुरुवार को घर पर बिना बतायें भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मिलने के लिए निकल गई। ग्राम हरनावदा से एक ही परिवार की चार लड़कियां एक साथ गांव व घर छोड़कर चले जाने से स्वजन, ग्रामवासी व आसपास के ग्रामवासी, रिश्तेदार सभी हैरान हो गये। स्वजनों व ग्रामवासियों ने भानपुरा थाने पर पहुंचकर गुमशुदगी दर्ज करवाई।
इसके बाद स्वजन, ग्रामवासी और पुलिस ने चारों छात्राओं की तलाश के लिये सतर्कता से प्रयास शुरू किये। छात्राओं के मोबाइल लोकेशन के आधार पर पता चला कि वे भोपाल में है। इसके बाद पुलिस भोपाल से चारों छात्राओं को सकुशल व सुरक्षित बरामद कर भानपुरा थाने पर लाई। शुक्रवार को जिला पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेंद्र तारणेकर पुलिस थाना भानपुरा पहुंचे।
चारों छात्राओं से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि दसवीं के बाद चारों छात्राएं उच्च शिक्षा हासिल करना चाहती है। इसी के लिये मुख्यमंत्री से मिलने भोपाल चली गई थी। पुलिस अधीक्षक अनुराग सुजानिया पुलिस टीम के साथ ग्राम हरनावदा पहुंचे। ग्रामीणजनों एवं छात्राओं के स्वजनों से चर्चा कर समझाइश दी कि बेटियां उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहती हैं तो उन्हें पढ़ाया जाये। इसके बाद ही उनका घर बसाया जाए।