भोपाल । प्रदेश में अब सरकारी अस्पतालों का प्रबंधन कार्य मैनेजर संभालेंगे। पहली बार मैनेजरों की भर्ती मप्र लोकसेवा आयोग (पीएससी) के जरिए होने जा रही है। मैनेजरों के पद के लिए आज चयन परीक्षा हो रही है।प्रदेश के बड़े निजी अस्पतालों की तर्ज पर सरकारी अस्पतालों का प्रबंधन भी मैनेजमेंट पेशेवरों को दिए जाने की शुरुआत हो रही है। लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने सहायक प्रबंधक (असिस्टेंट मैनेजर) की नियुक्ति का ऐलान किया है। पहली बार रिक्तियां निकाली गई हैं।
इस कवायद से सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों को सिर्फ उपचार में ही व्यस्त रखा जाएगा। प्रदेश के इंदौर शहर में परीक्षा के लिए तीन केंद्र बनाए गए हैं। यहां 12 से 3 बजे तक परीक्षा होगी। नई भर्तियों के साथ स्वास्थ्य विभाग में राजपत्रित श्रेणी के मैनेजमेंट अधिकारियों के कैडर की भी शुरुआत हो जाएगी।
अब पीएससी ने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अंतर्गत सहायक प्रबंधकों के 63 पद घोषित किए हैं। पद के लिए चिकित्सा क्षेत्र या फार्मेसी से संबंधित उपाधि के साथ एमबीए हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन की उपाधि को अनिवार्य योग्यता निर्धारित किया है। पद के इच्छुक उम्मीदवारों से पीएससी के जरिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे। पूर्व घोषित शेड्यूल के अनुसार चयन के लिए परीक्षा बीते साल 24 अक्टूबर को होनी थी।
हालांकि कोरोना संक्रमण के कारण उसे टाल दिया गया। अब 6 मार्च को चयन परीक्षा आयोजित की जा रही है। पीएससी के अनुसार कुल 1300 उम्मीदवार इसमें हिस्सा ले रहे हैं। परीक्षा के लिए इंदौर में तीन केंद्र बनाए गए हैं। दो होलकर साइंस कालेज में जबकि एक केंद्र जीएसीसी में होगा। लिखित परीक्षा 450 अंकों की होगी। इसमें सामान्य ज्ञान से लेकर कंप्यूटर और अस्पताल व जन स्वास्थ्य प्रबंधन से जुड़े प्रश्न पूछे जाएंगे।
लिखित परीक्षा में चयनित उम्मीदवारों को इंटरव्यू के दूसरे दौर से गुजरना होगा। एमबीए हास्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन का कोर्स मप्र में सबसे पहले देवी अहिल्या विवि ने शुरू किया था। 1994 से विवि के इंस्टिट्यूट आफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) में कोर्स संचालित हो रहा है। इससे पहले सिर्फ एम्स, टाटा इंस्टिट्यूट आफ सोशल साइंस और आर्मी मेडिकल कालेज पुणे ही यह कोर्स संचालित करते थे।