वित्त, सहकारिता सहित अन्य विभाग ई-फाइलिंग को अपना चुके हैं। मुख्यमंत्री कार्यालय में भी इस पर काम होने लगा है। इसे आगे बढ़ाते हुए सरकार अब ई-कैबिनेट व्यवस्था को लागू करने जा रही है।
इसके लिए 28 विभागों के उप सचिव, अवर सचिव, अनुभाग अधिकारी और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। मंत्रिपरिषद के सदस्यों के निजी स्टाफ, निज सचिव, निज सहायक को भी प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सामान्य प्रशासन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ई-कैबिनेट के लिए मंत्रियों को प्रस्ताव ऑनलाइन भेजे जाएंगे। प्रशासनिक अनुमोदन सहित सभी प्रक्रियाएं ऑनलाइन होंगी। इस व्यवस्था के सुचारु संचालन के लिए सभी मंत्रियों को टेबलेट दिए जाएंगे।
प्रारंभ में प्रस्ताव एवं अन्य संबंधित दस्तावेज भौतिक रूप से भी रहेंगे जिन्हें बाद में पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। ई-कैबिनेट व्यवस्था का एक लाभ यह भी होगा कि मंत्रियों के भोपाल में किसी कारण से उपस्थित नहीं होने की सूरत में वे कहीं से भी वर्चुअली जुड़ सकेंगे।