नई दिल्ली । शिवराज ने मोदी से चर्चा के दौरान प्रदेश सरकार के कई कामों पर चर्चा की। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्य प्रदेश में सरकार रोजगार दिवस का आयोजन करती है। हर महीने एक दिन रोजगार दिवस होता है। हमारा टारगेट होता है कि कम से कम दो लाख स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराएं। इसके लिए बाकायदा लोन दिया जाता है। केंद्र और राज्य दोनों मिलकर रोजगार के अवसर बढ़ाएंगे। इस पर भी बात हुई है।
शिवराज के मुताबिक, प्रधानमंत्री से गेहूं के निर्यात को लेकर भी चर्चा हुई। इस बार हम 30 लाख मीट्रिक टन गेहूं और निर्यात करेंगे।खरगोन दंगे समेत कई मसलों पर बात
सीएम शिवराज ने प्रधानमंत्री से आदिवासी वर्ग के लिए प्रदेश सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों को लेकर भी चर्चा की। वहीं, खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद प्रदेश के लॉ एंड ऑर्डर, नक्सल समस्या, स्लीपर सेल के आतंकियों की गिरफ्तारी से जुड़ी जानकारी पीएम मोदी को दी।
पहले शाह आए, फिर शिवराज गए
22 अप्रैल यानी शुक्रवार को गृह मंत्री अमित शाह भोपाल दौरे पर आए थे। अगले ही दिन यानी 23 अप्रैल को शिवराज ने पीएम से मुलाकात की। राजनीतिक हलकों में इसे काफी अहम माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि शिवराज, मोदी को उज्जैन के महाकाल वन कॉरिडोर के लोकार्पण के लिए न्योता भी देंगे।
मोदी से मुलाकात की शिवराज की जानकारी
मुख्यमंत्री शिवराज ने मीडिया से बात करते हुए ने कहा कि प्रधानमंत्री को मध्य प्रदेश सरकार की लोककल्याणकारी योजनाओं की चर्चा की। प्रधानमंत्री मैन ऑफ आइडियाज हैं, उनके द्वारा कई तरह का मार्गदर्शन और सुझाव प्राप्त होता है। कई विषयों पर उन्होंने मार्गदर्शन किया। कई चीजें पर इम्प्लीमेंट करेंगे। हम मप्र में इन्वेस्टर समिट की तारीख बदल रहे हैं। पहले यह 4,5,6 नवंबर को करना चाहते थे। प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को होता है। हमने प्रधानमंत्री से निवेदन किया कि इस बार इसे मध्य प्रदेश में कराया जाए। उन्होंने बात मान ली। 9 जनवरी को इंदौर में प्रवासी भारतीय दिवस का आयोजन होगा। इसके पहले 7 और 8 जनवरी को इन्वेस्टर समिट होगी।
मैंने प्रधानमंत्री जी को उज्जैन आने का न्योता दिया। महाकाल मंदिर का परिसर बनकर तैयार है। ये अद्भुत है। इसमें रुद्रसागर स्तंभ समेत कई चीजें बनाई गई हैं। मैंने मोदी जी से इसके लोकार्पण करने का आग्रह किया है। हमारी स्टार्ट पॉलिसी बनकर तैयार है। मई में इसे लॉन्च करने की योजना है। पीएम इसमें वर्चुअली जुड़ेंगे। मध्य प्रदेश गेहूं का भंडार है। हमारे शरबती की अलग पहचान है। 2 लाख 40 हजार मीट्रिक टन निर्यात के लिए जा चुका है। एक्सपोर्ट के लिए सेल बनाई है। 30 लाख मीट्रिक टन और निर्यात हो सकता है। अभी इजिप्ट की टीम आई थी। हम एक्सपोर्टर को कई सुविधाएं दे रहे हैं।