भोपाल । विधानसभा के बजट सत्र से पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सर्वदलीय बैठक की। इसमें सत्तापक्ष और विपक्ष में सदन को सुचारू रूप से चलाने पर सहमति बनी। विपक्ष की ओर से नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने किसान, गोहत्या, पुरानी पेंशन बहाली और कानून व्यवस्था के मुद्दे पर चर्चा कराने की बात रखी। वहीं, संसदीय कार्यमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि सरकार सभी विषयों पर चर्चा कराने के लिए तैयार है। अब सोमवार को सदन की कार्यवाही प्रारंभ होने से पहले कार्यमंत्रणा समिति की बैठक होगी, जिसमें तय होगा कि किस विषय पर किस रूप में चर्चा कराई जाएगी।
बैठक में विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि बजट सत्र काफी महत्वपूर्ण है। इसमें जनहित से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो। प्रश्नकाल बिना किसी व्यवधान के चले, इसकी अपेक्षा सभी है। इस बार यह व्यवस्था लागू की गई है कि प्रश्नकर्ता न तो लिखित प्रश्न पूछेगा और न ही संबंधित मंत्री प्रश्नोत्तरी में दिए उत्तर को पढ़ेंगे। सीधे प्रश्नकर्ता पूरक प्रश्न पूछेंगे। प्रश्नकाल के पहले प्रश्नकर्ताओं के साथ बैठक भी की जाएगी ताकि जिस मंशा के साथ प्रश्न किया गया है, उसका समाधान हो सके। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष कमल नाथ ने कहा कि किसानों की स्थिति, फसल बीमा, बेरोजगारी, गोहत्या की बढ़ती घटना, पुरानी पेंशन की बहाली सहित कई मुद्दे हैं, जिन पर सार्थक और गंभीरता के साथ चर्चा होनी चाहिए।
पूरे समय सदन में रहने की जरूरत नहीं
कमल नाथ ने संसदीय कार्यमंत्री डा.नरोत्तम मिश्रा के नेता प्रतिपक्ष के पूरे समय सदन में मौजूद रहने संबंधी अनुरोध पर कहा कि मुझे पूरे समय रहने की जरूरत नहीं है। हमारे पास कई क्षमतावान सदस्य हैं, जो सब कुछ संभाल लेते हैं। गौरतलब है कि मीडिया से चर्चा में डा.मिश्रा ने कहा था कि बजट सत्र बहुत महत्वपूर्ण है। हम अनुरोध करते हैं कि नेता प्रतिपक्ष पूरे समय मौजूद रहें क्योंकि वे नहीं रहते हैं तो प्रतिपक्ष के सदस्य कभी आंसदी के सामने आ जाते हैं तो कभी नारेबाजी करने लगते हैं। इससे अनावश्यक व्यवधान पैदा होता है।