भोपाल । चंद रुपये लेकर 10वीं के अंग्रेजी विषय की परीक्षा देते चार फर्जी परीक्षार्थी शनिवार को पकड़े गए हैं। ये सभी कालेजों में पढने वाले छात्र हैं, जो 10 से 15 हजार रुपये के लालच में ऐसा काम कर रहे थे। इन पर सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी से लेकर अन्य धाराओं में केस दर्ज किया गया है। एक संदिग्ध छात्र की गतिविधि पर पर्यवेक्षक व केंद्राध्यक्ष को संदेह हुआ, इसके बाद फोटो से चेहरे मिलाए तो एक ही कमरे में चार फर्जी परीक्षार्थी पकड़े गए। शनिवार को परीक्षा में 11 नकलची भी पकड़े गए हैं।
शहर की न्यू हाउसिंग बोर्ड कालोनी में संचालित द यूनिक पब्लिक हाईस्कूल में 10वीं के अंग्रेजी विषय की परीक्षा चल रही थी। सुबह 10 बजे परीक्षा शुरू होने के करीब 20 मिनट बाद ही स्कूल के कक्ष क्रमांक 13 में परीक्षा दे रहे एक परीक्षार्थी पर पर्यवेक्षक रणवीर सिंह बघेल को संदेह हुआ। इसके बाद पर्यवेक्षक ने संदिग्ध छात्र से पूछताछ में उसका प्रवेश पत्र मांगा फिर स्कूल में मौजूद रिकार्ड को रखकर छात्र की सूरत से प्रवेश पत्र व परीक्षा रिकार्ड में लगे फोटो से मिलान किया गया। जिसमें फोटो एक समान नहीं मिले।
यह जानकारी केंद्राध्यक्ष रामनरेश बरुआ को लगी तो उन्होंने कुछ और परीक्षार्थियों की जांच शुरू करवाई। जांच में एक-एक करके चार फर्जी परीक्षार्थी सामने आए। पता लगा कि राहुल मौर्य की जगह खनेता गांव का सचिन पुत्र अशोक सैमिल परीक्षा दे रहा था। इसी तरह मोनू बघेल की जगह जारह गांव का सोनू पुत्र नहार सिंह कुशवाह, जंडेल सिंह की जगह अजनौधा गांव का कृष्ण कुमार पुत्र नत्थीलाल प्रजापति और शैलेन्द्र परिहार की जगह भिंड के जमधारा गांव का रवि पुत्र शिवराज गुर्जर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है।
इन चारों फर्जी परीक्षार्थियों को पकड़कर सिविल लाइन थाने में लाया गया, जहां चारों पर मप्र अधिनियम की धारा 3ब/4 के अलावा आईपीसी की धारा 419, 420, 465, 467 और 468 के तहत मामला दर्ज किया गया है। पोरसा के मुन्नाभाई पर अब तक नहीं हुई एफआइआर: मुरैना की तरह पोरसा में भी 22 फरवरी को हुए 10वीं के गणित विषय के पेपर में शिवम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय पोरसा में एक फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा था। परीक्षा के दौरान निरीक्षण दल ने अरविंद कुमार के स्थान पर फर्जी परीक्षार्थी पकड़ा था, जो चकमा देकर भाग गया।
इस मामले में 11 दिन बाद भी फर्जी परीक्षार्थी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जबकि मुरैना में चार घंटे के अंदर ही एफआइआर दर्ज हो गई। गौरतलब है, कि इस लापरवाही पर चंबल संभाग के संयुक्त आयुक्त विकास राजेंद्र सिंह ने पोरसा के परीक्षा केंद्र प्रभारी श्रीनिवास शर्मा को कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है।
इस बारे में मुरैना जिला शिक्षा अधिकारी सुभाष शर्मा का कहना है कि केंद्राध्यक्ष व पर्यवेक्षक ने चार फर्जी परीक्षार्थी पकड़े हैं, जो सुभाष नगर के बीआरएम हायर सेकंडरी स्कूल के छात्रों की जगह पर बैठे थे। यह किस लालच में और कितने-कितने रुपये में परीक्षा देने आए थे, इसकी जांच पड़ताल पुलिस कर रही है। चारों आरोपितों पर एफआइआर दर्ज करवा दी है, पोरसा मामले में भी एफआइआर के लिए थाने में आवेदन दे दिया गया है।