यूनियन कार्बाइड के जहरीले कचरे से भरे कंटेनर भोपाल से पीथमपुर के लिए होंगे रवाना… रूट तय, पुलिस भी साथ चलेगी
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31-12-2024 12:05 PM
भोपाल। भोपाल के यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे को कंटेनरों में भरने का काम पूरा हो चुका है। अब इन्हें जल्द ही ग्रीन कॉरिडोर बनाकर पीथमपुर भेजा जाएगा।यह कॉरिडोर करोंद, फंदा और इंदौर बाईपास होते हुए पीथमपुर पहुंचेंगे। इसमें लगभग पांच से छह घंटे का समय लगेगा। इसमें पुलिस, प्रशासन के अधिकारियों की मदद ली जा रही है। इस दौरान कंटेनरों की आवाजाही की निगरानी की जाएगी, जिससे रास्ते में किसी तरह की कोई समस्या न हो। कंटेनर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम के नेतृत्व में रवाना किए जाएंगे।40 साल बाद मिल रही घातक कचरे से मुक्ति
हाई कोर्ट की ओर से एक महीने के भीतर जहरीला कचरा हटाने के आदेश के बाद प्रशासन भोपाल की जमीन से यूनियन कार्बाइड का दाग धोने की ओर आगे बढ़ा है। 337 टन जहरीले कचरे को हवा रहित 12 कंटेनरों में लोड कर दिया गया है।
अब इन कंटेनरों को भोपाल से लगभग 250 किलोमीटर दूर धार जिले के पीथमपुर इंडस्ट्रियल वेस्ट मैनेजमेंट (रामकी) कंपनी तक ले जाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा।
जहरीले कचरे को कंटेनर में रखने से पहले 100 से अधिक कर्मचारियों ने हवा रहित बैग में पैक किया। इसका काम रविवार सुबह से शुरू कर दिया गया था, जो सोमवार शाम तक पूरा कर लिया गया।
यह पूरी प्रक्रिया केंद्रीय व राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञों की देखरेख में की गई। यहां लगे मजदूरों को सुरक्षा की दृष्टि से पीपीई किट पहनाकर पैकिंग का काम कराया गया है। इनकी शिफ्ट प्रत्येक आधे घंटे में बदली गई।
कचरे की जांच में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के विशेषज्ञ जुटे हुए हैं। उन्होंने यूनियन कार्बाइड कारखाना में कचरा बैग में भरने से पहले नमूने लिए और फिर कंटेनर में लोड करते समय भी परीक्षण किया गया।
पीथमपुर में यह रहेगी प्रोसेस
अधिकारियों के अनुसार, पीथमपुर में रामकी कंपनी ने जहरीला कचरा रखने के लिए अलग से सुरक्षित लैंडफिल साइट का निर्माण किया है। यहीं पर 337 टन कचरे को बैग में ही रखा जाएगा। कंपनी कचरा जलाने से पहले भी इसका परीक्षण करवाएगी।
विज्ञानी कचरे के कुछ हिस्से को लेकर उसका परीक्षण करेंगे। यदि पर्यावरण को लेकर सभी जांच रिपोर्ट सकारात्मक रही, तो इसको जल्द से जल्द जलाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। इसे जलाकर खत्म करने में तीन से नौ महीने का समय लगने का दावा किया जा रहा है।
पीथमपुर में विरोध, दिल्ली में जंतर-मंतर पर दिया जाएगा धरना
यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री का कचरा पीथमपुर में निष्पादित करने का विरोध किया जा रहा है। दो दिन से इसको लेकर लोग सड़क पर विरोध करते नजर आए। विभिन्न श्रमिक और सामाजिक संगठनों की ओर से अधिकारियों को ज्ञापन देकर भोपाल के कचरे को पीथमपुर में न जलाए जाने की मांग करते हुए कहा गया कि इससे स्थानीय लोगों को समस्याएं हो सकती हैं। पीथमपुर बचाओ समिति के बैनर तले प्रदर्शनकारियों ने अब एलान किया है कि वे दो जनवरी को दिल्ली में जंतर-मंतर पर धरना देकर विरोध करेंगे।