भोपाल । राज्य विधानसभा में आज राजधानी में कल आतंकरोधी दस्ते (एटीएस) द्वारा दबौच गए बांग्लादेश के प्रतिबंधित और सक्रिय आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार आतंकियों का मामला गूंजा। विपक्ष ने इस घटना को सरकार की नाकामी बताया और कहा कि सरकार की नाक के नीचे डेढ साल से संदिग्ध रह रहे थे और सरकार को भनक तक नहीं लगी।
सरकार प्रदेश को शांति का टापू बता रही है। इससे पहले में जैसे ही विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ हुई, संसदीय कार्य मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने सदन को एटीएएस की कार्यवाही से अवगत कराते हुए इसे बडी उपलब्धि बताया। डॉ मिश्रा कहा कि मध्यप्रदेश हमेशा से शांति का टापू रहा है और शांति किसी को भंग करने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने पुलिस को कार्रवाई के लिए सदन में बधाई भी दी। मालूम हो कि राजधानी के ऐशबाग और करोंद इलाकों से आतंकरोधी दस्ते (एटीएस) की टीम ने रविवार तड़के तीन बजे बांग्लादेश के प्रतिबंधित और सक्रिय आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार आतंकियों को गिरफ्तार किया है। इससे पहले आज सुबह टवीट कर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' देखने के लिए मध्य प्रदेश के पुलिसकर्मियों को अवकाश दिया जाएगा।
पुलिसकर्मियों को अवकाश देने के लिए डीजीपी सुधीर सक्सेना को निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-मुजाहिदीन के 4 संदिग्ध लोगों को भोपाल से पकड़ा गया है,जिनके पास से जिहादी साहित्य, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व संदिग्ध दस्तावेज मिले हैं। पूरे मामले की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया जा रहा है। मध्य प्रदेश में अलर्ट जारी कर संदिग्ध लोगों की पहचान कर पूछताछ की जा रही है।