मुंबई । महाराष्ट्र विधानसभा के नए अध्यक्ष पर पर भाजपा विधायक राहुल नार्वेकर निर्वाचित हो गए हैं। रविवार को विधानसभा में स्पीकर पद के लिए हुए चुनाव में उन्होंने महा विकास अघाड़ी उम्मीदवार राजन साल्वी को पराजित किया। राहुल को शिंदे गुट का समर्थन प्राप्त था, जबकि उद्धव गुट वाली शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी साल्वी का समर्थन कर रही थीं। इससे पहले महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव लिए रविवार सुबह मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित सभी विधायक असेंबली पहुंचे।
भाजपा के सभी विधायक फडणवीस के साथ विधानसभा में पहुंचे, जबकि शिंदे गुट के विधायक ट्राइडेंट होटल से सीधे विधानसभा पहुंचे। शिवसेना में बगावत के बाद महा विकास अघाड़ी सरकार अल्पमत में होने की वजह से गिर गई थी। शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे और उनका समर्थन कर रहे पार्टी के 40 विधायकों ने भाजपा के सहयोग से नई सरकार का गठन किया। आपको बता दें कि कांग्रेस नेता नाना पटोले के फरवरी, 2021 में इस्तीफे के बाद से ही महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष का पद खाली है। राकांपा नेता नरहरि सीताराम जिरवाल उपाध्यक्ष के रूप में 30 जून तक विधानसभा का संचालन करते आ रहे थे।
उद्धव गुट और शिंदे गुट दोनों की ओर से शिवसेना विधायकों को व्हिप जारी कर विधानसभा उपस्थित रहने और अपने-अपने उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने का निर्देश दिया गया था। राहुल नार्वेकर के स्पीकर चुने जाने से यह एक बार फिर स्पष्ट हो गया कि शिवसेना के ज्यादातर विधायकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर अपना विश्वास कायम रखा और उन्हें ही अपना नेता स्वीकार किया। इससे पहले उद्धव ठाकरे गुट वाली शिवसेना के विधायक और पूर्व महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री रहे आदित्य ठाकरे ने रविवार को कहा, हमने असेंबली में पार्टी विधायक दल के दफ्तर पर ताला लगा दिया गया है।
उन्होंने कहा, ‘हमें (विधायकों को) सदन में एक साथ जाना है, कार्यालय की चाबियां हमारे पास हैं। उन्होंने हमारे कुछ विधायकों को बंदी बनाकर रखा था। ऑफिस में ताला लगा दिया तो कौन सी बड़ी बात है।’ खबरों के मुताबिक कार्यालय के दरवाजे पर एक नोटिस चिपका हुआ है, जिसमें मराठी में लिखा है, यह कार्यालय शिवसेना विधायक दल के निर्देश के अनुसार बंद है।’