रामपुरहाट, पं. बंगाल । पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट हिंसा मामले की जांच कर रही केंद्रीय जांच एजोंसी (सीबीआई) ने तृणमूल कांग्रेस के गिरफ्तार नेता अनारुल हुसैन और अन्य आरोपियों से पूछताछ की और हिंसा में घायल हुए लोगों के बयान भी दर्ज किए।
शुक्रवार को यहां पहुंचे सेंट्रल फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (सीएफएसएल) दिल्ली के विशेषज्ञों ने 21 मार्च की रात हुई घटना के बाद से वीरान पड़े बोगतुई गांव में घटनास्थल से नमूने एकत्र किये। सीबीआई अधिकारियों ने यहां पास के गांव का भी दौरा किया, जहां एक स्थानीय टीएमसी पंचायत नेता की हत्या के बाद कुछ घरों में आग लगा दी गई थी, जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई थी। सीआरपीएफ कर्मियों की एक टीम केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान कर रही है।
इससे पहले राज्य सरकार द्वारा गठित एसआईटी जांच कर रही थी। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा निर्देश दिये जाने के कुछ घंटों के भीतर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अनारुल हुसैन को सुबह रामपुरहाट थाने से सीबीआई कैंप कार्यालय ले जाया गया और एजेंसी के अधिकारियों ने उससे पूछताछ की। सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि रामपुरहाट ब्लॉक-1 के पूर्व टीएमसी अध्यक्ष हुसैन से दो अन्य आरोपियों के साथ पूछताछ की गई। सीबीआई दल शुक्रवार देर रात रामपुरहाट पहुंचा था और उसने शनिवार सुबह पुलिस उपमहानिरीक्षक रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में जांच शुरू कर दी।
कलकत्ता हाई कोर्ट ने राज्य पुलिस को मामले के संबंध में सभी गिरफ्तार व्यक्तियों की हिरासत सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया था। सीबीआई अधिकारियों की एक अन्य टीम ने रविवार को रामपुरहाट अस्पताल का दौरा किया और चार घायलों के बयान दर्ज किए। हाई कोर्ट के आदेश के बाद शनिवार सुबह डीआईजी रैंक के एक अधिकारी के नेतृत्व में सीबीआई की टीम बोगतुई पहुंची और जांच का जिम्मा संभाला।