भोपाल । भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) द्वारा शहर को डीजल बसों के प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए 300 सीएनजी बसों को भोपाल की शहर में उतारने का लिया गया फैसला जल्?द ही अमल में आने वाला है। अगले माह से इसकी शुरुआत हो जाएगी। पहले चरण में मई से 100 सीएनजी सिटी बसें शहर की सड़कों पर दौड़ती हुई नजर आएंगी। इन बसों का संचालन करने का दायित्व हैदराबाद की कंपनी इनक्यूबेट सॉफ्टटेक प्राइवेट लिमिटेड को दिया गया है।
सीएनजी बसों के संचालन में कोलार को जोड़ते हुए मार्ग तय किए जाऐंगे, क्योंकि कोलार एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर सरकारी और गैर-सरकारी कर्मचारी और व्यापारीगण रहते हैं और हर रोज अपने वाहनों से मुख्?य शहर में आवागमन करते हैं। यहां के लोगों को आरामदायक बस की यात्रा करने का मौका मिल सकेगा। सीएनजी बसों के संचालन पर बीसीएलएल को रायल्टी मिलेगी। बसों के दोनो तरफ और पीछे की ओर जो भी विज्ञापन लगाए जाएंगे, उन विज्ञापनों से जो भी राजस्व मिलेगा, वह बीसीएलएल का होगा, इसमें बस मालिक का एक रूपए भी शेयर नहीं रहेगा। इस तरह से प्रतिमाह लाखों रूपए का फायदा बीसीएलएल को होगा। सीएनजी बसों की खासियतों को देखें तो इन बसों के अंदर और बाहर सीसीटीवी कैमरे लगे रहेंगे। बसें जीपीएस सिस्टम से लैस होंगी। एलईडी बोर्ड बस के चारों तरफ लगा रहेगा, जो बसों के मार्ग बताएगा। एक बस में 38 यात्रियों के बैठने की व्यवस्था रहेगी।
सीएनजी बस खरीदने पर अनुदान
कंपनी को अमृत योजना के तहत सीएनजी बस खरीदने पर अनुदान भी दिया गया है। एक बस की कीमत लगभग 30 लाख रुपये है। इसको खरीदने पर लगभग 40 प्रतिशत अनुदान में सौ फीसदी अनुदान का शेयर देखें तो 17 प्रतिशत नगर निगम, 33 प्रतिशत केन्द्र सरकार, 50 प्रतिशत राज्य सरकार ने अनुदान की राशि दी है। इस प्रकार एक सीएनजी बस खरीदने पर 12 लाख का अनुदान मिला है।