भोपाल । गुफा मंदिर में अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम जन्मोत्सव पर गुफा मंदिर प्रांगण में भगवान परशुराम जी की 21 फीट की प्रतिमा का अनावरण किया गया। कार्यक्रम में 5100 महिलाओं ने कलश यात्रा निकाली। इसमें जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, गुफा मंदिर के महंत रामप्रवेशदास महाराज, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा सहित बड़ी संख्या में शहर के लोग मौजूद रहे। इस अवसर पर जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि महाराज ने ऐलन मस्क, विल गेट्स और वारेन वफेट को लेकर बड़ा बयान दिया।
उन्होंने कहा कि आजकल बहुत चल रहा है, डोनेशन और चेरेटी। यह छोटे शब्द हैं। यह ऐलन मस्क, बिल गेट्स और वारेन वफेट जैसे लोग सम्मानीय होंगे। मैं भी उनका सम्मान करता हूं, लेकिन अगर सच में चैरिटी सीखना है, तो भगवान परशुराम के चरणों में आएं।
जब-जब विश्व में अत्याचार और आतंक बढ़ा है, तब-तब परशुराम ने दुष्टों का नाश किया है। उन्होंने एक दो बार नहीं 25 बार धरती को दान दिया है। उनके बड़ा दानी कौन हो सकता है। यह बात अवधेशानंद गिरि ने 3 मई मंगलवार को भगवान परशुराम की 21 फीट ऊंची अष्टधातु की प्रतिमा का अनावरण अवसर पर कही। इससे पहले 5100 महिलाओं ने पारंपरिक वेशभूषा में कलश यात्रा निकाली।
मुख्यमंत्री ने बीमारू राज्य से अच्छा बना दिया
भगवान परशुराम की प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में जूनापीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मप्र बीमारू राज्य हुआ करता था, जो अब सबसे अच्छा राज्य बन गया है। यह श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ही जाता है। मुख्यमंत्री के बारे में कहा कि देश के बहुत बड़े नेता हैं, जो देश का भविष्य हैं। हम पहले हिन्दू हैं, इसके बाद जाति है। हम लोग यदि जातियों में नहीं बंटे होते तो आक्रमणकारी हमको बंधक नहीं बनाते।
हिंदू पर बड़ा संकट
अवधेशानंद गिरी महाराज बोले हम हिंदू हैं। उसके बाद किसी जाति में होंगे। पहले हम हिंदू हैं। आज हिंदू समाज के सामने बड़ा संकट है, तो पहले हम हिंदू हैं, सनातनी हैं। हम पहले वैष्णव हैं। हम पहले भारतीय हैं और भारत माता की संतान पहले हैं। इसके बाद कुछ और भी हैं। जाति के साथ हम एक-दूसरें को नहीं जोड़ें। जातियां हमारी निधि हैं। जाति हमारा सौंदर्य हैं। जातियां हमारी संपदा हैं। जातियों से हमारे सामाजिक सरोकार हैं। ये जातियों में हम न बटे होते तो कब के फिरंगी और आतताई हमें नष्ट करके चले गए होते। जातियों का सौंदर्य ही है ऐसा जो हम बचे रहे, समुदायों में बचे रहे। साहस के साथ बात कह रहा हूं। सब में परमात्मा एक ही है। इस दृष्टि से कह रहा हूं कि सभी जातियां समान हैं,और सभी जातियां महान है।