रुस-यूक्रेन जंग के बीच यौन हिंसा का शिकार हो रही महिलाएं

Updated on 30-03-2022 04:50 PM

कीव । युद्ध से बचने का प्रयास अपने आप में खतरनाक होता है। मीडिया ने खबर दी है कि यूक्रेन की शरणार्थी महिलाओं और लड़कियों के साथ उन जगहों पर बलात्कार हो रहा है, जहां वह सुरक्षा की उम्मीद में पहुंची थीं। 24 फरवरी, 2022 को रूसी आक्रमण के बाद से यूक्रेन छोड़ने वाले 36 लाख यूक्रेनी लोगों में लगभग सभी महिलाएं और बच्चे हैं। 18 से 60 वर्ष की आयु के पुरुषों और लड़कों को रूसी सेना के खिलाफ यूक्रेन में रहना आवश्यक है। 
नागरिकों को निशाने पर लेकर किए जा रहे रूसी हमलों से बचने के लिए, ये महिलाएं और बच्चे मुख्य रूप से पोलैंड और अन्य यूरोपीय देशों कर रूख कर रहे हैं, जहां वीजा बंदिशों में नरमी है। मानवीय संगठनों ने यूक्रेनी शरणार्थियों को भोजन और आश्रय जैसी ज़रूरतें देने के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं। दुनियाभर में लोग अपने घरों में इन लोगों को रहने की जगह दे रहे हैं। लेकिन ये प्रयास, चाहे कितने भी अच्छे क्यों न हों, यूक्रेनी महिलाओं और लड़कियों के लिए यौन हिंसा और तस्करी के नए जोखिम लेकर आते हैं। हालांकि मदद की पेशकश करने वाले अधिकांश सामान्य लोग नेक इरादे वाले होते हैं, लेकिन मौके का फायदा उठाकर किसी को किसी तरह का नुकसान पहुंचाने का एक मामला भी अपने आप में बहुत है। मेरे शोध से पता चलता है कि मानवीय सहायता कर्मियों तक को भी नागरिकों के खिलाफ दुर्व्यवहार करने से रोकना मुश्किल है, आंशिक रूप से संगठनात्मक संस्कृतियों के कारण। यौन हिंसा को रोकना और उसका जवाब देना और भी चुनौतीपूर्ण है जब यह उन लोगों द्वारा किया जाता है जो किसी सहायता प्रदान करने वाली एजेंसी या शरणार्थियों की मदद करने वाली गैर-लाभकारी संस्था के लिए काम नहीं करते हैं। 
मार्च के मध्य में जर्मनी में, दो लोगों ने कथित तौर पर एक यूक्रेनी किशोरी के साथ मारपीट की, जो शरणार्थियों के लिए एक होटल की बोट में रह रही थी। जर्मन सरकार ने घोषणा की थी कि जो लोग यहां आश्रय चाहते हैं, उन्हें वह मिलेगा। एक महिला प्रवासी या शरणार्थी के रूप में हिंसा का अनुभव करना असामान्य नहीं है। ऐसा अनुमान है कि 5 में से 1 शरणार्थी महिला और लड़कियां घर से अपनी यात्रा के दौरान, साथ ही शरणार्थी शिविरों और आश्रयों जैसे स्थानों में यौन हिंसा का सामना करती हैं। वे मानव तस्करी के लिए भी उच्च जोखिम में होती हैं। मेक्सिको और लीबिया जैसे स्थानों पर आपराधिक नेटवर्क से जुड़े लोग भी प्रवासी मार्गों पर महिलाओं और लड़कियों की तलाश में रहते हैं। सहायता संगठन, सरकारें और गैर-लाभकारी संगठन मुख्यत: शरणार्थियों को भोजन, आश्रय और अन्य बुनियादी सेवाएं देने पर ध्यान केंद्रित करते हैं और यौन हिंसा को रोकने या ऐसी घटनाओं पर प्रतिक्रिया करने के तरीकों पर ज्यादा तवज्जो नहीं देते हैं। 


अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 09 January 2025
बांग्लादेश की यूनुस सरकार ने मंगलवार को जुलाई में हुई हिंसा की वजह से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत 97 लोगों का पासपोर्ट रद्द कर दिया। बांग्लादेश की न्यूज एजेंसी…
 09 January 2025
अमेरिका में 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ ले रहे डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा वे ‘गल्फ ऑफ मैक्सिको’ का नाम बदलकर ‘गल्फ ऑफ अमेरिका रखेंगे’। मार ट्रम्प ने कहा…
 09 January 2025
डोनाल्ड ट्रम्प के ग्रीनलैंड पर कब्जा करने की धमकियों के बाद फ्रांस और जर्मनी ने उन्हें ऐसा न करने की चेतावनी दी है। फ्रांस के विदेश मंत्री जीन-नोएल बैरोट ने…
 09 January 2025
कनाडा में प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे के बाद भारतीय मूल की सांसद अनीता आनंद का नाम प्रधानमंत्री पद के लिए प्रमुखता से लिया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के…
 09 January 2025
दुबई में बुधवार को अफगान तालिबान और भारतीय अधिकारियों के बीच एक हाई लेवल मीटिंग हुई। इस मीटिंग में भारत की ओर से विदेश सचिव विक्रम मिस्री और अफगानिस्तान की…
 09 January 2025
अमेरिका में कैलिफोर्निया राज्य के लॉस एंजिलिस के जंगलों में लगी आग शहर तक पहुंच गई है। मंगलवार को लगी आग से 3 दिन में अब तक 4,856 हेक्टेयर इलाका…
 08 January 2025
कोलंबो: श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके अगले हफ्ते, 14 से 17 जनवरी तक चीन का दौरा करेंगे। राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी दूसरी विदेश यात्रा होगी। बीते साल…
 08 January 2025
तेलअवीव: इजरायल की सरकार ने गाजा युद्ध से सबक लेते हुए हथियारों को अपने देश में ही बनाने को लेकर बड़ा ऐलान किया है। इजरायल की सरकार ने इल्बिट सिस्‍टम को…
 08 January 2025
रियाद: सऊदी अरब साल 2024 में उभरते बाजारों में सबसे बड़े बॉन्ड जारी करने वालों में से एक था, ये 2025 में भी जारी रहेगा। सऊदी सरकार ने संकेत दिया…
Advt.