कीव । रूस और यूक्रेन के बीच विगत 26 दिन से लगातार युद्ध जारी है। लेकिन रूसी सैनिक अब इस जंग में पस्त हो चुके हैं। निराश सैनिक अब घर लौटना चाहते हैं और इसके लिए वे खुद को गोली मारने के लिए भी तैयार हैं। एक हालिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन में पकड़े गए रूसी सैनिक अब अपने लोगों से पुतिन के खिलाफ आवाज उठाने की अपील कर रहे हैं।
ये सैनिक दुनिया को बता रहे हैं कि कैसे उनके साथियों को सामूहिक कब्रों में दफन किया जा रहा है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान रूसी सैनिकों के एक समूह ने अपनी सरकार के खिलाफ आवाज उठाई। एक खबर के अनुसार अलेक्सी जेलेज़्नाक, मुस्तफ़ेव मुगसाद, इगोर रुडेंको, अलेक्जेंडर फोमेंको और बाकी सैनिक रूसी हमले के खिलाफ अपने विरोध के बारे में पत्रकारों को बताते हुए भावुक हो गए। रूसी सैनिक जेलेज़्नाक ने पुतिन को चेतावनी दी कि वह कभी भी यूक्रेन पर कब्जा करने के लिए पर्याप्त सैनिक नहीं भेज पाएंगे।
उन्होंने कहा कि पुतिन झूठे और धोखेबाज व्यक्ति हैं। वह यूक्रेन के शहरों, अस्पतालों और नागरिकों पर बम बरसा रहे हैं। रूस के लोगों ..यूक्रेन की जनता बहुत बहादुर है। वे रूसी उपकरणों को बिना हथियारों के भी रोक सकते हैं। वे सब एक हैं। रूसी सैनिक ने कहा कि पुतिन चाहें जितनी सेना यहां भेज लें, वह कभी भी इस क्षेत्र पर कब्जा नहीं कर पाएंगे। हमारे कमांडर भी झूठे और धोखेबाज हैं।
उन्होंने न सिर्फ हमारे साथ बल्कि पूरे रूस के साथ धोखा किया है। रूसी सैनिक मुगसाद ने अपने देश के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि पुतिन के प्रोपेगेंडा को नजरअंदाज करें। लोग हमारी आक्रामकता को सदियों तक याद रखेंगे। उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि रूसी सैनिकों ने एक दिन में यूक्रेनी लोगों के शांतिपूर्ण जीवन को बर्बाद कर दिया। रुडेंको ने दावा किया कि रूसी सैनिक पहले ही हार चुके हैं और यूक्रेनी सेना उन्हें 'तबाह' कर देगी। उन्होंने दावा किया कि लगभग एक महीने पहले शुरू हुए संघर्ष में 15000 सैनिक पहले ही मारे जा चुके हैं।
यूक्रेन पर हमले के बाद रूस में बड़ी संख्या में लोग युद्ध के विरोध में सड़कों पर उतर आए थे। इस दौरान हजारों प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया था। यूक्रेन में जंग लड़ रहे रूसी सैनिक अब घर लौटना चाहते हैं और इसके लिए उन्हें यूक्रेन के हथियारों की तलाश है। एक रिपोर्ट के मुताबिक वे यूक्रेन की बंदूक से अपने पैर पर खुद गोली मारकर इलाज के बहाने घर वापस लौटने का प्लान बना रहे हैं क्योंकि युद्ध से भगोड़े सैनिकों के लिए पुतिन की 'डेथ स्क्वाड' तैयार खड़ी है।