हैदराबाद । तेलंगाना सरकार ने 11 अप्रैल को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में धरना देने का फैसला लिया है। केंद्र की धान खरीद नीति के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन बुलाया गया है। तेलंगाना सरकार द्वारा निर्वाचित सभी प्रतिनिधि, टीआरएस दल के सांसद, एमएलसी, एमएलए के अलावा शहरी व ग्रामीण निकायों के प्रतिनिधि भी इसमें हिस्सा लेंगे। यह जानकारी टीआरएस दल की ओर से शनिवार को दी गई।
दिल्ली के तेलंगाना भवन में आयोजित होने वाला यह धरना एक दिन का होगा। इनका कहना है कि केंद्र की भेदभाव वाली इस नीति से 61 लाख किसान और उनके परिवार प्रभावित होंगे। तेलंगाना के मुख्यमंत्री की बेटी व टीआरएस एमएलसी के कविता ने कहा कि केंद्र ने राज्यों के किसानों का ध्यान नहीं रखा इसलिए वे दिल्ली की सड़कों पर उतरने को मजबूर हैं।
24 मार्च को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने तेलंगाना के किसानों को आश्वासन दिया था कि विभिन्न राज्यों के किसानों को लेकर किसी तरह का भेदभाव नहीं किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि तेलंगाना के कुछ नेता किसानों को गुमराह कर रहे हैं।
पिछले माह कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने टीआरएस सरकार पर आरोप लगाया था कि वह तेलंगाना के किसानों से धान की खरीद को नजरअंदाज कर रही है। इसपर बेहद तीखी प्रतिक्रिया के साथ पलटवार करते हुए राज्य में सत्तारूढ़ टीआरएस ने राहुल गांधी से कहा कि राजनीतिक फायदे के लिए ट्विटर पर एकजुटता ना दिखाएं और इस मुद्दे को संसद में उठाएं।