भोपाल । बीते दिनों राजधानी में दबौचे गए प्रतिबंधित बांग्लादेशी आतंकी संगठन जमात-ए-मुजाहिदीन (जेएमबी) के चार आतंकियों से मिली जानकारी के आधार पर असम में छह दहशतगर्दों की गिरफ्तारी हुई है। ये लोग असम में छुपकर बैठे थे।मप्र के आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) ने इस सूचना को असम पुलिस से साझा किया।
जानकारी इतनी सटीक थी कि बांग्लादेशी 'सैफुल' के साथ उसके पांच साथियों को असम पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वह जेएमबी संगठन को मजबूती के साथ असम में खडा करने की कोशिशों में जुटा था।
वहीं असम पुलिस को इसके बारे में जानकारी नहीं थी। पता चला है कि सैफुल भी मप्र एटीएस के हाथ आए आतंकियों के साथ ही बांग्लादेश से आया था। बाकी उसके पांच साथी उसकी मदद करते थे। हम बता दें कि प्रतिबंधित आतंकी संगठन जमात ए मुजाहिदीन का नेटवर्क को ध्वस्त करने वाले एटीएस ने ऐशबाग से गिरफ्तार आतंकियों से 14 दिनों तक पूछताछ की थी। इस पूछताछ में आतंकियों से कुछ अहम जानकारियों का खुलासा हुआ था।
इसी पूछताछ के दौरान आतंकी सैफुल के बारे में भी पता चला। वह भी दो साल से असम में अपना नेटवर्क बना रहा था। उसके साथ उसके पांच मददगार भी गिरफतार किए गए हैं। असम के बरपेटा में वह लंबे समय से अपनी अवैध गतिविधियां संचालित कर रहा था। कयास लगाए जा रहे हैं कि उसने बड़ी संख्या में जमात-ए-मुजाहिदीन संगठन से स्थानीय लोगों को जोडा है। उसकी गिरफ्तारी के बाद से केंद्रीय खुफिया व जांच एजेंसियों से जुड़े अधिकारियों का असम पहुंचना शुरू हो गया है।
मप्र की एक टीम भी कोलकत्ता जाकर वापस आ गई है। उससे मिली जानकारियों को ऐशबाग से पकडे गए आतंकियों से मिली जानकारी से मिलान करने के बाद एटीएस जल्द ही इस मामले में कोई नया खुलासा कर सकती है।इधर, कोलकाता एसटीएफ ने आतंकियों का मददगार और जमात ए मुजाहिदीन संगठन का सदस्य बन चुका बंगाल के नागरिक रफीक को रिमांड पर लिया हुआ है। उससे लगातार पूछताछ की जा रही है।