मुंबई। कोरोना संकट काल की वजह से यात्री वाहनों और दोपहिया गाड़ियों की खरीद के लिए पूछताछ में तेजी, लॉकडाउन के बाद मझौले और छोटे शहरों में शोरूम में लोगों की आवाजाही बढ़ी है। शहरों में निजी वाहन के प्रयोग को प्रमुखता देने के रुझान के कारण जुलाई में ऑटो बिक्री में इजाफा होने का अनुमान है। एक एजेंसी ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट में कहा कि ग्रामीण मांग (कृषि गतिविधियों के लिए बेहतर मानसून और श्रमिकों की उपलब्धता के कारण) और ऑटो संयंत्रों में उत्पाद फिर तेजी से शुरू होने के कारण उत्पाद की उपलब्धता बढने से कारोबार में सुधार की उम्मीद है। रिपोर्ट में अनुमान हैं कि दोपहिया वाहनों की बिक्री मजबूत लेकिन कारों की मांग में मजबूती अभी नजर नहीं आती। इसके मुताबिक दोपहिया गाड़ियों की मांग में बाद में तेजी आएगी। हालांकि, कोविड-19 महामारी के जोखिमों और उसके आर्थिक असर के कारण जिन लोगों के पास पहले से गाड़ी है, उनके द्वारा गाड़ी बदलने या बेहतर गाड़ी लेने की दर में करीब 50 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। एजेंसी ने कहा कि लॉकडाउन के बाद महाराष्ट्र, गुजरात और तमिलनाडु को छोड़कर बाकी जगह खुदरा मांग में तेज बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट के मुताबिक कम ब्याज दर और ग्रामीण क्षेत्रों की भावना में सुधार के कारण शुरुआती खंड की दोपहिया गाड़ियों के लिए अधिकांश पूछताछ देखी गई।