वक्त रहते साइबर अपराधों की सूचना लेने के लिए मप्र साइबर पुलिस जल्द ही हेल्पलाइन नंबर 1930 का अपना डेडिकेटेड कॉल सेंटर शुरू करने जा रही है। अभी 1930 डायल करने पर कॉल, डायल-100 के कॉल सेंटर पर लैंड होती है। साइबर अपराधों की सूचना पर काम करने के लिए डायल-100 के कॉल सेंटर पर सिर्फ दो कॉल टेकर्स हैं।
जबकि कॉल करने वालों की संख्या काफी ज्यादा है। ये संबंधित थाने पर सूचना देते हैं। लिहाजा, रिस्पॉन्स करने में पुलिस को 2-8 घंटे तक का वक्त लग जाता है। इतने समय में जालसाज रकम निकाल चुके होते हैं। दावा है कि नई व्यवस्था शुरू होने के बाद ये रिस्पॉन्स टाइम 1-2 घंटे हो जाएगा।
मप्र में रोज 133 लोग साइबर क्राइम से परेशान
साइबर अपराधों की शिकायत के लिए 1930 नेशनल हेल्पलाइन नंबर है। मप्र में केवल जनवरी 2025 में ही इस पर मप्र से साइबर अपराधों से जुड़े 4000 कॉल रिसीव किए गए। इस लिहाज से मप्र में रोजाना करीब 133 लोग साइबर अपराध से परेशान हो रहे हैं।
शुरूआत 20-20 कॉल टेकर्स से करेंगे
एसपी राज्य साइबर प्रणय नागवंशी ने बताया कि जल्द ही इस कॉल सेंटर की शुरूआत 20-20(दिन और रात) कॉल टेकर्स के साथ की जाएगी। हमारी योजना इनकी संख्या बढ़ाकर 90-90 कॉल टेकर्स करने की है। डायल-100 सिस्टम भी एक-दो महीने में नए भवन में शिफ्ट हो जाएगा। 1930 के कॉल सेंटर के लिए पुराने भवन का इस्तेमाल किया जाएगा, क्योंकि यहां पूरा सेटअप पहले से मौजूद है।