नियुक्ति का इंतजार कर रहे लोगों ने विरोध जताया
भोपाल। मध्यप्रदेश में उच्च माध्यमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रिया स्थगित होने से उम्मीदवार नाराज हैं। कई दिनों से नियुक्ति का इंतजार कर रहे उम्मीदवारों ने विरोध जताया। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को ट्वीट कर दोबारा प्रक्रिया शुरू करने की मांग की है। इसको लेकर उम्मीदवारों ने सोशल मीडिया पर मुहिम भी छेड़ दी है। सरकारी स्कूलों में 10वीं-12वीं कक्षाओं के लिए शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया 2018 से चल रही है। लोक शिक्षण संचालनालय ने चयनित उम्मीदवारों की सूची सालभर बाद जारी की और फरवरी-मार्च में दस्तावेज सत्यापन कराने के निर्देश दिए। सूत्रों के मुताबिक कुछ उम्मीदवार नियमों में बदलाव कराना चाह रहे थे। इसके चलते उन्होंने वाट्सएप ग्रुप पर सदस्यों को प्रक्रिया आगे बढ़ाने के लिए संचालनालय में फोन करने पर जोर दिया और कहा कि अधिकारियों को बताएं कि कोरोना वायरस के चलते जिला मुख्यालय पर दस्तावेज सत्यापन कराने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। उम्मीदवार देवेंद्र सिंह और सुमित सोलंकी का कहना है कि लोक परिवहन सेवाएं प्रभावित होने के बावजूद लोग शादी-समारोह के लिए अन्य शहरों में आ-जा रहे हैं, वैसे ही दस्तावेज सत्यापन में भी उम्मीदवार जिला मुख्यालय पहुंच सकते हैं। इसके लिए दोबारा प्रक्रिया शुरू होनी चाहिए। कुछ उम्मीदवार भर्ती नियमों में बदलाव चाहते हैं। उनका तर्क है कि जिन शिक्षकों ने स्कूलों में अतिथि विद्वान बतौर पढ़ाया है और इस बीच बीएड कोर्स पूरा किया, ऐसे लोगों को प्रक्रिया से बाहर किया जाए, क्योंकि पढ़ाने के दौरान वे फुलटाइम कोर्स कैसे कर सकते हैं? वे सवाल उठा रहे हैं ताकि उम्मीदवार कम हो सके। बता दें कि ट्रेन-बस की सेवाएं प्रभावित होने से अन्य शहर नहीं जा सकते हैं। बाद में 4 जुलाई को विभाग ने इसी को आधार बनाकर प्रक्रिया स्थगित कर