भोपाल । प्रदेश में सांची दूध के दाम प्रति लीटर डेढ़ से दो रुपये बढ़ाने की तैयारी की जा रही है हालांकि दाम बढ़ाने के बाद भी यह सांची दूध अमूल दूध की तुलना में उपभोक्ताओं को एक से डेढ़ रुपये कम में मिलेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बीते दो वर्ष मप्र सरकार ने सांची दूध के दाम नहीं बढ़ाए हैं, जबकि अमूल दूध के दाम बढ़ते रहे हैं इसलिए वर्तमान में अमूल के दाम बढऩे के बाद यह उपभोक्ताओं को अधिकतम प्रति लीटर 60 रुपये का पड़ रहा है तो वहीं सांची दूध 54 रुपये में ही मिल रहा है। यदि डेढ़ से दो रुपये लीटर की बढ़ोतरी होती है तब भी 56 रुपये प्रति लीटर में सांची दूध मिलेगा।
हालांकि आम उपभोक्ता सांची दूध के दाम बढ़ाए जाएं, इसके पक्ष में नहीं है। उपभोक्ता अनिल बाजपेयी, अशोक कापसे, चंद्रशेखर यादव व अन्य का कहना है कि कोरोना महामारी के कारण आम नागरिकों की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। वैसे भी सहकारी दुग्ध संघों का गठन न लाभ न हानि सिद्धांत पर किया गया है। भोपाल सहकारी दुग्ध संघ करोड़ों रुपये के लाभ में है तब दाम बढ़ाने की जरुरत ही नहीं है। बता दें कि सांची प्रदेश सरकार का सहकारी ब्रांड है जो अलग-अलग मात्रा व वैरिएंट में उपभोक्ताओं को मिलता है। भोपाल सहकारी दुग्ध संघ समेत प्रदेश के छह सहकारी दुग्ध संघ दूध का कारोबार करते हैं। राजधानी भोपाल समेत आसपास के 12 जिलों में 3.20 लाख लीटर दूध की रोज खपत होती है वहीं प्रदेश भर में सांची ब्रांड के दूध की रोज करीब आठ लाख लीटर मांग है। अब सहकारी दुग्ध संघों द्वारा दाम बढ़ाने संबंधी प्रस्ताव बना रहे हैं जो एमपी स्टेट कोआपरेटिव डेयरी फेडरेशन (एमपीसीडीएफ) को भेजे जाएंगे। अनुमति मिलने के बाद बढ़े हुए दाम लागू किए जाएंगे। ये दाम 10 मार्च के पहले बढ़ सकते हैं।
दूध के खरीदी दाम भी बढ़ेंगे
यदि दूध के बिक्री दाम बढ़ाने पर एमपीसीडीएफ सहमति देता है तो स्वभाविक है कि किसानों से खरीदे जाने वाले दूध के दाम भी बढ़ सकते हैं हालांकि यह दाम छह माह पूर्व ही बढ़ाए गए थे। आमतौर पर जब भी बिक्री दाम बढ़ाए जाते है तब खरीदी दामों में भी बढ़ोतरी की जाती है।