नई दिल्ली । दिल्ली के जहांगीरपुरी सहित देश के विभिन्न हिस्सों में हालिया पत्थरबाजी की घटनाओं को देखकर लगता है कि भारत को भी पत्थरबाजी से इजरायली पुलिस की श्रेणी में ही निपटना होगा। इजरायली पुलिस की तरफ से ऐसी एडवांस तकनीक का सहारा लिया गया कि वे पत्थर छोड़कर भागने को मजबूर हो गए। इसका सोशल मीडिया पर वीडियो खूब वायरल हो रहा हैं, भारत में भी पत्थरबाजों पर ऐसी कार्रवाई की मांग हो रही है। पत्थर बाज और उग्र भीड़ से निपटने के लिए इजरायल ने ऐसा काम किया है,इसकी चर्चा दुनियाभर में हो रही है। इजराइल एक ऐसी तकनीक निकाली जिससे पत्थरबाज कुछ ही सेकंड में भाग गए। दरअसल येरूशलम में अल अक्सा मस्जिद के परिसर में इजरायली पुलिस के साथ संघर्ष में कम से कम 52 फिलिस्तीनी घायल हो गए। इजराइली पुलिस ने कहा कि जहां यहूदियों की पूजा चल रही थी वहां इन सैकड़ों लोगों ने पत्थरबाजी करना और पटाखे फोड़ना शुरू कर दिया। जिससे वहां भगदड़ की नौबत आ गई। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए इजराइल की पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
पहले इजरायली पुलिस ने अल अक्सा मस्जिद मैं नमाज पढ़ रहे फिलिस्तीनी ऊपर बल का प्रयोग किया। इसके बाद इन लोगों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी। लेकिन इसराइल की पुलिस ने किसी भी तरह के बल प्रयोग से इनकार किया है। इजरायल की पुलिस ने पत्थर फेंक रहे लोगों से पीछे हटने के लिए कहा लेकिन जब वह नहीं माने, तब इजराइल के पुलिस ने भीड़ को भगाने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिसे ड्रोन के जरिए भीड़ पर छिड़क दिया। जिससे वहां पत्थरबाजी कर रहे सभी लोग पलभर में ही भाग गए। सोशल मीडिया पर कुछ लोग इजराइल की इस कार्रवाई की तारीफ कर रहे हैं।