भोपाल । प्रदेश भर के करीब 150 ओबीसी चयनित शिक्षक भोपाल में विशाल धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। ओबीसी चयनित शिक्षक अपनी मांग को लेकर लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआई) के सामने कल धरना-प्रदर्शन किया । चयनित शिक्षक संघ डीपीआइ के बाद स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले के सामने प्रदर्शन कर शासन का ध्यान आकर्षित करेंगे। बता दें कि तीन साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे चयनित शिक्षकों की समस्याएं खत्म होने का नाम नहीं ले रही है।
अभी हाल में होली के दो दिन पहले प्रतिक्षारत सूची में शामिल 1776 चयनित शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिए गए, लेकिन इसमें 11 विषयों के ओबीसी अभ्यर्थी वंचित रह गए।चयनित शिक्षकों की मांग है कि उन्हें सभी विषयों में 27 फीसद आरक्षण का लाभ दिया जाए। अभी तक उनहें सिर्फ 14 फीसद का लाभ दिया गया है।ओबीसी चयनित शिक्षक संघ का कहना है कि मप्र शिक्षक भर्ती-2018 को वर्ग-1 स्कूल शिक्षा विभाग में 17 हजार पद और जनजातीय कार्य विभाग में दो हजार पदों के लिए विज्ञापन जारी हुआ था।
जिसमें प्रथम चरण में 15 हजार पद ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण के आधार पर चयन प्रक्रिया पूरी की गई। इसी आधार पर मेरिट सूची में नाम आने से दस्तावेजों का सत्यापन कार्य भी पूरा कर लिया गया। अक्टूबर 2021 को सभी विषयों के कुल 8292 अभ्यर्थियों की नियुक्ति पत्र जारी हुआ, जिसमें 11 विषयों में ओबीसी को 27 फीसद आरक्षण दिया गया, लेकिन पांच विषय में ओबीसी को 14 फीसद आरक्षण दिया गया।
पांच विषयों के 13 फीसद पद होल्ड पर हैं और नियुक्ति से वंचित हैं। ओबीसी चयनित शिक्षक संघ का कहना है कि 16 मार्च को स्कूल शिक्षा विभाग ने जो आदेश जारी किया, जिसमें किसी भी विषय में ओबीसी अभ्यर्थियों की नियुक्ति नहीं जारी की गई। अत: पांच विषय में 600 अभ्यर्थी होल्ड से प्रभावित हैं और 11 विषयों में 1400 अभ्यर्थी नियुक्ति से वंचित हैं। इस तरह कुल दो हजार अभ्यर्थियों की नियुक्ति पत्र रूका हुआ है। जिसमें ज्यादातर अभ्यर्थी आर्थिक तंगी और मानसिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं।