नई दिल्ली । इस्पात क्षेत्र की दिग्गज कंपनी जेएसडब्ल्यू स्टील ने सार्वजनिक क्षेत्र की हेलीकॉप्टर सेवा प्रदाता पवन हंस लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए बोली लगाने की खबरों को खारिज कर कहा कि इस संपत्ति में उसकी कोई दिलचस्पी नहीं है। जेएसडब्ल्यू स्टील ने कहा कि वह पवन हंस के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया का हिस्सा नहीं रही है। हाल ही में मीडिया रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया था कि जेएसडब्ल्यू स्टील ने पवन हंस को खरीदने के लिए बोली लगाई है।
कंपनी ने कहा, यह मीडिया रिपोर्ट निराधार है, इसमें कोई दम नहीं है। लिहाजा हम इससे इनकार करते हैं कि जेएसडब्ल्यू स्टील लिमिटेड ने पवन हंस लिमिटेड के अधिग्रहण के लिए बोली लगाई थी। कंपनी की इस संपत्ति में कोई दिलचस्पी नहीं है। पिछले साल दिसंबर में मोदी सरकार ने कहा था कि पवन हंस के निजीकरण के लिए लेनदेन सलाहकारों को वित्तीय बोलियां मिली हैं। हालांकि, इसने बोली लगाने वाली संस्थाओं के नामों का खुलासा नहीं किया था। पवन हंस में सरकार की 51 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉरपोरेशन (ओएनजीसी) के पास शेष 49 प्रतिशत हिस्सेदारी है। ओएनजीसी ने रणनीतिक बिक्री प्रक्रिया में अपना हिस्सा देने का भी फैसला किया है।