बिलासपुर । भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जाति मोर्चा बिलासपुर द्वारा परम् पूज्य गुरु घासीदास बाबा के नाम से दिया जाने वाला राज्य स्तरीय अलंकरण पुरस्कार की घोषणा नहीं किये जाने के कारण छत्तीसगढ़ के कांग्रेस सरकार के विरोध में एक दिवसीय धरना नेहरू चौक बिलासपुर में दिया गया तत्पश्चात इस मुद्दे को लेकर महामहिम राज्यपाल महोदया के नाम द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया।
बिलासपुर सांसद अरूण साव ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार का अहंकार तो देखो जब इनके मंत्री से पूछा गया बाबा गुरू घासीदास के नाम से अलंकरण क्यों नहीं दिया गया तो उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ का कोई भी व्यक्ति/संस्था पुरुस्कार के लिए उपयुक्त नहीं था। इस सरकार को छत्तीसगढ़ के लोगों से कोई मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में बाबा गुरू घासीदास शोध पीठ बनी थी, इस सरकार ने उसके अध्यक्ष को बर्खास्त कर उस पर भी ताला लगा दिया। बाबाजी के जन्म स्थल को बनने से रोका जा रहा है व पूर्व भाजपा सरकार द्वारा बाबाजी के जन्म स्थल को भव्य मंदिर व पर्यटन केन्द्र बनाने का कार्य प्रारंभ किया था जिसे कांग्रेस सरकार में आते ही बंद करा दिया है। कांग्रेस सरकार आने के बाद विकास रुक गया है। श्री साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता अपने संत के अनादर का बदला लेगी।
भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव कुमावत ने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता एवं प्रधानमंत्री रहे स्व.अटल बिहारी बाजपेयी ने छत्तीसगढ़ राज्य का निर्माण किया है तभी से राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ के विभूतियों के नाम से दिये जाने वाले अलंकरण पुरस्कार दिये जा रहे है और 15 वर्षो तक डॉ.रमन सिंह की सरकार ने भी यह पुरस्कार दिये है और राज्य की कांग्रेस सरकार ने परम् पूज्य गुरु घासीदास बाबा जी के नाम से दिया जाने वाला राज्य स्तरीय अलंकरण पुरस्कार को बंद कर दिया है, वहीं मोर्चा के पदाधिकारियों द्वारा गुरूघासीदास बाबा जी के नाम से दिये जाने वाले अलंकरण पुरस्कार को लेकर 2 नवम्बर को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था तब भी पुरस्कार नही दिया गया और अगर यह पुरस्कार नही दिया गया तो भारतीय जनता पार्टी निरंतर लड़ाई लड़ेगी। श्री कुमावत ने कहा कि वहीं डॉ.रमन सिंह की सरकार ने गुरू घासीदास बाबा की जन्म स्थान गिरौधपुरी में कुतुबमिनार से भी ऊॅचा सत्य के प्रतीक जयतखम्भ का निर्माण करवाया है।
भाजपा जिला महामंत्री मोहित जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ के हित की बात करने वाली कांग्रेस सरकार का असली चेहरा अब लोगों को समझ में आ गया है। यह कांग्रेस का इतिहास रहा है कि वह लोगों में भेद करके शासन करती है। छत्तीसगढ़ की सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या वह इस वर्ग में किसी को सम्मान के लायक नहीं समझती या बाबा गुरु घासीदास जी के सम्मान में कोई अलंकरण देना जरूरी नहीं समझती। भाजपा अपने आराध्य बाबा गुरु घासीदास का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगी।
भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष घनश्याम रात्रे ने कहा कि यह एक वर्ग का अपमान नहीं अपितु पूरे छत्तीसगढ़ का अपमान है। बाबा गुरू घासीदास केवल सतनाम समाज के संत नही बल्कि सभी समाज में पूज्यनीय थे। श्री रात्रे ने राज्य सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हम विपक्षी होने के नाते अपना अपमान तो सह सकते हैं परंतु अपने छत्तीसगढ़ के संत बाबा गुरु घासीदास का अपमान नहीं सह सकते। यह अपमान केवल संत का नहीं, यह विचारधारा का अपमान है और इसे सर्वहारा समाज बर्दाश्त नहीं करेगा।
धरने को अनुसूचित जाति मोर्चा जिला प्रभारी कृष्णकुमार कौशिक, युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष दीपक सिंह ठाकुर, अनुसूचित जाति मोर्चा जिला महामंत्री पृथ्वीपाल राय, राजेश रजक, रोहित मिश्रा, दाऊ शुक्ला ने भी संबोधित किया। धरने का संचालन मोर्चा उपाध्यक्ष प्रकाश सूर्या ने किया व आभार मोर्चा जिला महामंत्री योगेश बोले ने किया। इस मौके पर संदीप दास, बी.आर महोबिया, जुगल अग्रवाल, योगेन्द्र लक्की बंजारे, रवि मेहर, संतोष देवांगन, सावित्री रात्रे, आयोध्या डहरिया, कुलेश्वर सूर्यवंशी, फिरंतराम अनंत, मनोज लहरे, नारायण गोस्वामी, जय अवसरिया, नीतिन सोन, संतोष ठाकुर, जितेन्द्र अंचल, मनोज मिश्रा, श्याम खाण्डेकर, छोटेलाल महिलांगे, विजय ताम्रकार, , संजीव राय, संगीता सोनवानी, संदीप केशरी, प्रकाश यादव, विष्णु सोनी, सुधीर ललपुरे, चित्रकांत लहरे, विज्ञानकांत, नरेन्द्र रात्रे, हरवंश कस्तुरिया, रामेश्वर भोई, सोनू इंगोले, भरत जोशी, सुबोध लहरे, चन्द्रप्रकाश बंजारे, सविता धीवर, प्रमिला कश्यप, अन्नूपूर्णा तम्बोली, सावित्री सूर्यवंशी, मुखनी रात्रे, गौरी तम्बोली, सरोज पटेल, रमेश रात्रे, मोहन केंवट, कौमन लासरे, मनीष पाठक सहित कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।