नई दिल्ली । ज्ञानवापी परिसर में कमीशन की पहली कार्यवाही पूरी होने के बाद वादियों की ओर से शेष हिस्से की भी वीडियो और फोटोग्राफी कराने का कोर्ट से अनुरोध किया जाएगा। प्रकरण की वादी लक्ष्मी देवी के पति और वाद के पैरोकार डॉ. सोहनलाल आर्य ने कहा कि अभी पूरे परिसर का सर्वे नहीं हो पाया है। कुछ स्थान ईंट व पत्थर से बंद कर दिए गए हैं। उनके अंदर जाने का कोई रास्ता नहीं है। डॉ. आर्य ने कहा कि पश्चिमी ओर 72 फीट की लम्बाई, 30 फीट की चौड़ाई और 15 फीट ऊंचाई में मलबा पड़ा है। उसके किनारे-किनारे 15 फीट ऊंची दीवार उठा दी गई है। इस कारण कमीशन की कार्यवाही नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा-‘मेरा मानना है कि यह वाद शृंगार गौरी से सम्बंधित है और पुराणों व विभिन्न प्रकरणों में उल्लिखित शृंगार गौरी स्थल तक कमीशन की कार्यवाही पूरी नहीं हुई है। इसलिए इसे दूसरे चरण में कराने के लिए अलग से प्रार्थना पत्र देंगे। ज्ञानवापी परिसर में कोर्ट कमिश्नर की टीम ने तीन दिनों में 10 घंटे 15 मिनट की सर्वे की कार्यवाही पूरी की। तीसरे दिन दो घंटे 15 मिनट ही कार्यवाही की गई जिसमें वजूस्थल का पानी निकालने के बाद वहां शिवलिंग दिखने का दावा किया गया। गैलरी के चारों ओर की वस्तुस्थिति देखी: सर्वे टीम में शामिल सभी सदस्यों ने सोमवार को मस्जिद के बेसमेंट के चारों ओर करीब आठ से 10 मीटर चौड़ी गैलरी में घूमकर वस्तुस्थिति देखी। गैलरी के बाहरी ओर लोहे की बैरिकेडिंग की गई है जबकि दूसरी ओर से ईंट की करीब 15 फीट ऊंची दीवार बनी है। इसी दरम्यिान पश्चिम की दीवार में एक बड़ा फाटक मिला। उसे ईंट व पत्थर से चुनकर बंद कर दिया गया है। कूप से भरा जाता है पानी: सोमवार को सवा दो घंटे की कार्यवाही के दौरान ज्यादा समय कृत्रिम तालाब से पानी निकालने में लग गया। इस तालाब में पानी कहां से आता है, इसकी जानकारी हर कोई लेना चाह रहा था। सर्वे में पता चला कि तालाब के नीचे बेसमेंट में कूप है, जो उत्तरी तहखाने से सटा हुआ है। कूप से मोटर पम्प के जरिए तालाब में पानी भरा जाता है। पानी निकालने के लिए दर्जनभर टोंटियां लगी हैं। मैदागिन से लेकर गोदौलिया के बीच सराफा, किराना, पूजन सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक सामान, सूटकेस समेत अन्य कारोबार प्रभावित हुए। सूटकेस विक्रेता राजू अग्रवाल ने कहा कि तीन दिन तक हम लोगों का व्यापार प्रभावित हुआ। अब सामान्य दिनों की तरह श्रद्धालु दर्शन करने आएंगे। उम्मीद है कि व्यापार फिर से बढ़ेगा। सराफा कारोबारी अनिल जैन ने कहा कि लोग मैदागिन से गोदौलिया की ओर नहीं जा पा रहे थे। सराफ कारोबार प्रभावित हो रहा था। विश्वनाथ धाम के गेट नंबर चार के पास मिठाई विक्रेता सोनू यादव ने कहा कि तीन दिन तक बाजार मंदा था लेकिन बाबा की कृपा रही तो अब नुकसान से ज्यादा फायदा होगा।