बेंगलुरु। देश की शीर्ष तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन को 2019-20 की मार्च तिमाही में 51.85 अरब रुपए का घाटा हुआ है। कंपनी को 2018-19 की समान तिमाही में 60.99 अरब रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी ने कहा, लॉकडाउन के दौरान तेल नहीं बिकने के कारण उसे भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान उसकी आय सालाना आधार पर 3.35 फीसदी कम होकर 1,42,371.85 करोड़ रुपए रही। इसके अलावा, कंपनी की परिचालन से प्राप्त आय 2.7 फीसदी घटकर 1.4 लाख करोड़ रुपए रही। रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ग्लोबल ने कहा कि अगर भारतीय कंपनियों की आय में 18 महीने तक सुधार नहीं हुआ तो उनकी रेटिंग और घट सकती है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स के साख विश्लेषक नील गोपालकृष्णन ने कहा, भारतीय कंपनियों की 35 फीसदी क्रेडिट रेटिंग्स का परिदृश्य नकारात्मक है या वह नकारात्मक प्रभाव के साथ 'निगरानी में है। ऐसी 7 में से 2 कंपनियों की रेटिंग अव्यवहार्य ग्रेड श्रेणी में है। इनकी कमाई पर अधिक उतार-चढ़ाव रहने की आशंका है।
रिकॉर्ड निचले स्तर पर जाएगी जीडीपी
इंडिया रेटिंग्स का अनुमान है कि भारतीय अर्थव्यवस्था का आकार 2020-21 में 5.3 फीसदी घटेगा। जीडीपी में गिरावट का यह छठा अवसर होगा और देश के इतिहास में इसकी वृद्धि दर सबसे कम होगी। रेटिंग एजेंसी ने कहा, कोविड-19 के कारण उत्पादन की रफ्तार और स्तर पर अधिक प्रभाव पड़ा है। आपूर्ति और व्यापार श्रृंखला टूट गई है। इस कारण पूरे वित्त वर्ष के दौरान प्रत्येक तिमाही में भी जीडीपी नीचे आएगी। हालांकि, 2021-22 में अर्थव्यवस्था पटरी पर लौटेगी और 5-6 फीसदी की वृद्धि दर्ज करेगी। इससे पहले 1957-58, 1965-66, 1966-67, 1972-73 और 1979-80 में जीडीपी में गिरावट आई थी।