पीएम नरेंद्र मोदी की जमकर तारीफ करने के बाद रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन ने अब भारत के लोगों की सराहना की है। उन्होंने भारतीयों
को प्रतिभाशाली और प्रेरित बताते हुए कहा कि आने वाले दिनों में भारत
अप्रत्याशित सफलता हासिल करेगा। शुक्रवार को व्लादिमीर पुतिन ने अपने
संबोधन में कहा कि भारत में बहुत संभावनाएं हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है
कि भारत विकास के मामले में उत्कृष्ट परिणाम प्राप्त करेगा। पुतिन ने रूस
के एकता दिवस के मौके पर कहा कि भारत अपने विकास के मामले में उत्कृष्ट
परिणाम प्राप्त करेगा, इसमें कोई संदेह नहीं है। लगभग डेढ़ अरब लोग वाले
देश में अब वह क्षमता है। आइए भारत को देखें, जहां बहुत प्रतिभाशाली और
बहुत प्रेरित लोग हैं।
यूरोप पर लगाया अफ्रीका को लूटकर अमीर बनने का आरोप
इस दौरान रूसी राष्ट्रपति ने अफ्रीका में उपनिवेशवाद, भारत की
क्षमता और रूस की 'अद्वितीय सभ्यता और संस्कृति' के बारे में बात की। पुतिन
ने भाषण के दौरान कहा कि पश्चिमी साम्राज्यों ने अफ्रीका को लूट लिया था।
काफी हद तक, पूर्व औपनिवेशिक शक्तियों में हासिल की गई समृद्धि का स्तर
अफ्रीका की लूट पर आधारित है। यह सभी जानते हैं। हां, वास्तव में यह सच है
और यूरोप के शोधकर्ता इसे छिपाते नहीं हैं। पुतिन ने कहा कि रूस एक
बहुराष्ट्रीय पहचान वाला देश रहा है और उसकी एक अनूठी सभ्यता और संस्कृति
थी। रूस यूरोपीय संस्कृति का हिस्सा है और धर्म द्वारा महाद्वीप से जुड़ा
हुआ है। रूस विश्व में एक प्रमुख शक्ति बनकर उभरा है। यह वास्तव में एक
अनूठी सभ्यता और एक अनूठी संस्कृति है।
बताया कैसे दुनिया में अनूठी है रूस की संस्कृति
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि संस्कृति और ईसाई धर्म के आधार पर रूस
का यूरोप से संपर्क है। इसके अलावा वह एशिया की भी पहचान साझा करता है।
व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस में बहुराष्ट्रीय पहचान समाहित हैं। यह
हमारी अनूठी संस्कृति है और हमें इस पर गर्व है। इस दौरान व्लादिमीर पुतिन
ने भारत की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि आने वाले दिनों में यह देश
अभूतपूर्व प्रगति करेगा। बता दें कि रूस और भारत के बीच दशकों से अच्छे
संबंध रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन ने भी हमेशा इन ऐतिहासिक संबंधों का ख्याल
रखा है। हाल ही में पुतिन ने पीएम नरेंद्र मोदी की भी जमकर तारीफ करते हुए
कहा था कि वह देशभक्त नेता हैं।
मोदी और भारत की आजाद विदेश नीति की तारीफ की थी
मोदी की तारीफ करते हुए पुतिन ने कहा था कि भारत की विदेश नीति
स्वतंत्र है और देश के हितों पर आधारित है। पुतिन ने कहा था कि पीएम मोदी
उन नेताओं में शामिल हैं जिनके लिए अपने देश के हित सर्वोपरि हैं। पीएम
मोदी जैसे नेताओं के लिए देशहित से ऊपर कुछ भी नहीं। भारत ने अपनी विदेश
नीति के दम पर ही ब्रिटेन के उपनिवेशवाद से मुक्त होकर खूब उन्नति की है।
भारतीय विदेश नीति के चलते भी रूस और भारत के संबंध हमेशा मजबूत और
भरोसेमंद रहे। अब आने वाले समय भारत का ही है।