कानपुर । यूपी के सबसे बड़े शहर कानपुर में शुक्रवार को दो समुदाय के बीच हिसंक झड़प में भड़की हिंसा मामले में पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए बड़ी कार्रवाई की है। सीएम योगी की सख्ती के बाद पुलिस ने 40 नामजद समेत 1000 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। हिंसा के दौरान 20 से अधिक वायरल वीडियो के आधार पर आरोपियों की पहचान की जा रही है।
वहीं देर रात तक 50 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस की 10 टीमें आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। पुलिस ने अभी तक 18 लोगों को गिरफ्तार किया है। उधर, कानपुर में भड़की हिंसा का संज्ञान लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को प्रशासनिक अधिकारियों को हिदायत दी कि प्रदेश में कायम अमन-चैन के माहौल को बिगाड़ने का प्रयास करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए।
दरअसल पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों के विरोध में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद यहां हिंसा भड़क गई थी। पुलिस ने बताया कि कानपुर के परेड, नई सड़क और यतीमखाना इलाके में हिंसा हुई थी। पुलिस कमिश्नर विजय मीणा का कहना है कि दुकानों में लगे सीसीटीवी के डीवीआर मिलने के बाद सभी आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस कमिश्नर ने इसके साथ ही कहा कि इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 2 पुलिस की तरफ से और एक पीड़ित पक्ष की तरफ से तहरीर प्राप्त होने के बाद मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस कमिश्नर का कहना है कि शहर में स्थितियां सामान्य है और आज सभी दुकानें विधिवत तरीके से खोली जाएंगी। वहीं राष्ट्रपति का कार्यक्रम घटनास्थल से महज 300 मीटर दूरी पर होना है वहां भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बीजेपी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा हाल ही में टीवी पर चर्चा के दौरान पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणी किए जाने के विरोध में जब एक समूह के लोगों ने जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास किया तो दोनों पक्षों ने ना सिर्फ एक-दूसरे पर बम फेंके, बल्कि गोलियां भी चलाईं। जबरन दुकानें बंद कराने का प्रयास कर रहे लोगों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई। पुलिस को भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठी चार्ज करना पड़ा।