कुशीनगर । यूपी के कुशीनगर में एक शादी समारोह में एक वैवाहिक रस्म निभाने के दौरान दुर्घटना होने से मातम पसर गया। इस हादसे में 13 महिलाएं, बच्चियों और युवतियों की मौत हो गई। मटकोड़ रस्म को निभाने के लिए बड़ी संख्या में महिलाएं, युवतियां और बच्चियां एक कुएं के पास जुटी थीं। रस्म को देखने के लिए कई महिलाएं और युवतियां कुएं पर बने पुराने स्लैब पर चढ़ गईं।
स्लैब इतनी बड़ी संख्या में लोगों के भार को वहन नहीं कर सका और टूट गया। बताया जाता है कि इस हादसे में तकरीबन 22 महिलाएं, युवतियां और किशोरियां कुएं में गिर गईं। दर्दनाक हादसे में 22 में से 13 की मौत हो गई, जबकि ग्रामीणों ने स्थानीय पुलिस की मदद से 9 महिलाओं और किशोरियों को बचाने में सफल रहे। कुशीनगर के कलेक्टर ने हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार, नेबुआ नौरंगिया थाने के नौरंगिया गांव के स्कूल टोला में मटकोड़ की रस्म के दौरान कुएं के स्लैब पर महिलाएं और बच्चियां खड़ी थीं। इसी दौरान स्लैब टूटकर गिर गया। इससे स्लैब पर खड़ी 22 महिलाएं और बच्चियां भी कुएं में गिर गईं। अचानक से कुएं में बड़ी संख्या में महिलाओं और बच्चियों के गिरने से कोहराम मच गया। हर तरफ चीख-पुकार मच गई। हादसे की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंच कर अपने स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। सूचना पाकर मौके पर पहुंची नेबुआ नौरंगिया थाने की पुलिस भी बचाव कार्य में जुट गई। साथ ही पुलिस की गाड़ियों से घायलों को अस्पताल भेजना शुरू किया गया। अंधेरा होने के कारण बचाव कार्य में काफी कठिनाई भी सामने आई।
हादसे के मृतको की सूची-
पूजा पुत्री बलवंत यादव 19 वर्ष, निवासी नौरंगिया स्कूल टोला, पूजा पुत्री राम बहाली चौरसिया 20 वर्ष, शशिकला पुत्री मदन चौरसिया 15 वर्ष, शकुंतला देवी पत्नी भोला चौरसिया 35 वर्ष, ममता देवी पत्नी रमेश चौरसिया 35 वर्ष, मीरा पुत्री सुभग विश्वकर्मा 25 वर्ष, परी पुत्री राजेश चौरसिया 14 वर्ष, ज्योति पुत्री रामबली चौरसिया 15 वर्ष, राधिका पुत्री महेश कुशवाहा 16 वर्ष, सुंदरी पुत्री प्रमोद कुशवाहा 8 वर्ष, आरती पुत्री इंद्रजीत चौरसिया 15 वर्ष, मोनू पुत्री सरवन 15 वर्ष, वृंदा पुत्री मंगरू 15 वर्ष।
ग्रामीणों ने स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा की सही समय पर इलाज और एंबुलेंस मिल जाती तो कई लोगों को बचाया जा सकता था। ग्रामीणों का कहना है कि नजदीक के कोटवा सीएचसी पर न चिकित्सक थे और न ही एंबुलेंस सही समय पर पहुंची। मौके पर पहुंचे एडीजी (गोरखपुर) अखिल कुमार ने बताया की घटना में 13 लोगों की मौत हुई है और घटना के कारणों की जांच की जा रही है। जिलाधिकारी एस. राजलिंगम से बताया की घटना के कारणों की जांच की जाएगी और प्रत्येक मृतक के परिजनों को 4-4 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शोक जताया और इसे हृदयविदारक बताया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में हुआ हादसा हृदयविदारक है। इसमें जिन लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है, उनके परिजनों के प्रति मैं अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं। इसके साथ ही घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन हर संभव मदद में जुटा है।’