हर साल 21 अक्टूबर को पुलिस ड्यूटी के दौरान दिवंगत हुए पुलिसकर्मियों को भोपाल के लाल परेड ग्राउंड स्थित शहीद स्मारक में श्रद्धांजलि दी जाती है। इस साल मप्र के ऐसे 23 पुलिसकर्मियों को याद किया गया। सम्मान दिया गया। लेकिन, इनमें से सिर्फ 12 के परिजन को ही दुर्घटना बीमा क्लेम की 50 लाख रुपए की राशि मिल पाई है।
11 दिवंगत पुलिसकर्मियों के परिवार अब भी इस राशि के लिए बैंकों के चक्कर लगा रहे हैं। दरअसल पुलिस सैलरी पैकेज के तहत ये क्लेम बैंक की ओर से भुगतान किया जाता है।
इन परिवारों ने शिकायत की तो पीएचक्यू की कल्याण शाखा ने अब एसबीआई से पत्राचार शुरू किया है। एडीजी कल्याण अनिल कुमार का कहना है कि बैंक प्रबंधन से बात की जा रही है। जल्द ही परेशानी का हल निकाल लिया जाएगा। हालांकि, जब बैंक प्रबंधन से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
एसबीआई से है पुलिस का एमओयू... परेशान परिजन बोले- बैंक का हर बार यही जवाब-मैटर प्रोसेस में है...
केस-1 रेत चोरी रोकने गए थे महेंद्र बागरी
पति महेंद्र बागरी ब्योहारी में रेत चोरी होने की सूचना पर 4 मई को टीम के साथ पहुंचे थे। देखा कि रेत चोरी हो रही है। उन्होंने ट्रैक्टर रोकने को कहा तो ड्राइवर ने रफ्तार और बढ़ा दी... उनकी जान ले ली। तीन बेटियां हैं। उनकी परवरिश करनी है। पीएचक्यू से प्रक्रिया पूरी हो गईं, लेकिन 6 महीने बाद भी बैंक से मिलने वाले दुर्घटना बीमा क्लेम के 50 लाख आज भी नहीं मिले हैं। 6 महीने से चक्कर लगा रही हूं। हर बार बस एक ही जवाब मिलता है, आपका मैटर प्रोसेस में है। - दुर्गावती बागरी, महेंद्र बागरी की पत्नी
केस-2 ट्रक ने पीछे से मारी टक्कर
बिलखिरिया थाने में हवलदार रहे श्रवण राय 17 जून 2024 को थाने का एक कागज पहुंचाने जा रहे थे। रास्ते में एक ट्रक ने उन्हें पीछे से टक्कर मार दी। मुझे फोन आया कि अस्पताल आ जाइए। मैं पहुंची तो उनका निधन हो चुका था। मैं तो उनके आखिरी दर्शन भी नहीं कर पाई। शासन ने बेटी (11) को 18 साल का होने पर अनुकंपा नियुक्ति देने पर सहमति दी है। बीमा के पैसे अब तक नहीं मिले हैं। - ममता राय, पत्नी श्रवण कुमार राय
नहीं मिलता शहीद का दर्जा... ड्यूटी के दौरान किसी दुर्घटना में दिवंगत हुए पुलिसकर्मियों को शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता है। इसके बाद भी ऐसे पुलिसकर्मियों को स्मृति दिवस परेड में श्रद्धांजलि दी जाती है। ग्रेच्युटी, अनुकंपा नियुक्ति, पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाता है, जो सभी परिवारों को मिल भी गया है।
अब पत्राचार शुरू
पुलिस सैलरी पैकेज के तहत ~50 लाख दिए जाने का नियम परिवारों से मिली शिकायत के बाद एडीजी कल्याण ने सभी पुलिस अधीक्षकों और कमांडेंट्स को एक पत्र जारी किया है। इसमें लिखा कि ऐसे परिवारों से मिली शिकायत से पता चला है कि शाखा स्तर पर बैंक के कर्मचारी ठीक से जवाब नहीं देते हैं। एसबीआई से हुए एमओयू के तहत उन सभी पुलिसकर्मियों के लिए पुलिस सैलरी पैकेज का प्रावधान है, जिनके खाते एसबीआई में हैं। फिर भी इन 11 पुलिसकर्मियों के खाते पुलिस सैलरी पैकेज में लिंक नजर आ रहे हैं। पीएसपी के तहत उन्हें 50 लाख देने का प्रावधान है। जल्द कार्यवाही की जाए।